बक्सर 'बच्चे की कलम से बड़ों के जीवन' विषय पर बातचीत
बड़ों के जीवन' विषय पर बातचीत
बिहार श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र में राजकमल प्रकाशन समूह की ओर से आयोजित किताब उत्सव में पत्रकार पुष्यमित्र ने किलकारी संस्था के किशोर लेखकों के साथ बातचीत की. कार्यक्रम के पहले सत्र में उन्होंने दिनकर, रेणु और नागार्जुन की जीवनी लिख रहे संस्था के चार बच्चों के साथ बच्चों की कलम से बड़ों का जीवन विषय पर बातचीत की.
दूसरे सत्र में उपन्यासकार विकास कुमार झा ने प्रभात प्रणीत के उपन्यास ‘वैशालीनामा’ का लोकार्पण किया. अंतिम सत्र में युवा कवि अनुज लुगुन के कविता संग्रह अघोषित उलगुलान का लोकार्पण हुआ. इस दौरान मंच पर शिवनारायण और अरुण नारायण उपस्थित रहे. अनुज ने कहा कि अक्सर आदिवासी जीवन संघर्ष को केवल उन्हीं तक सीमित करके सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से देखते हैं. लेकिन यह संघर्ष उससे बहुत बड़ा है. राजनीतिक लाभ के कारणों से ही सही आदिवासी समुदाय के विमर्श को भी इसमें जगह मिल रही है.
सरस मेले का समापन आज 1.84 करोड़ की हुई बिक्री
बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति जीविका की ओर से आयोजित सरस मेले का को समापन होगा. 20 सितंबर से चल रहे मेले में सात दिनों में एक करोड़ 84 लाख रुपये के उत्पादों की बिक्री हुई.
मेले में सिल्क की साड़ियां, चावल, चूड़ा, खाने-पीने के व्यंजन, साज-सज्जा के सामान समेत अन्य कई तरह के उत्पादों की खरीद बिक्री हुई. बता दें कि मेले का आयोजन ग्रामीण उत्पादों को बढ़ावा देने लिए किया गया है. मेले में बिहार समेत 21 राज्यों के स्वयं सहायता समूह के 135 स्टॉल लगाए गए हैं. राजस्थान, पंजाब, असम, केरल समेत अन्य राज्यों के विशिष्ट उत्पादों की लोगों ने खरीदारी की. मेले में घूमने आए लोग जीविका दीदी की रसोई पर भी जायकेदार व्यंजन का लुत्फ उठा रहे हैं. जीविका की परियोजना समन्वयक महुआ राय चौधरी ने बताया कि मेले में अब तक एक लाख 29 हजार लोग घूमने आए.