मनेर के ब्रह्मचारी गांव स्थित गंगा घाट के पास रविवार की देर शाम एक ईंट भट्ठे पर बड़ा हादसा हुआ। कोयला झोंकाई का कार्य देखने के दौरान अचानक ईंट भट्ठे का चेंबर टूट गया। जिससे ईंट भट्ठा संचालक रमेश राय (45) दहकती भट्ठी में गिर कर जिंदा जल गये। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हादसे के बाद ईंट-भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों व कर्मियों में अफरातफरी मच गई। सूचना के बाद मनेर थाने की पुलिस और अग्निशमन दल के कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। तब तक दहकती भट्ठी में ईंट भट्ठा संचालक का शरीर जलकर राख हो चुका था। शरीर के कुछ हिस्से बचे थे, जिसे पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा गया।
बताया गया है कि शेरपुर ब्रह्मचारी, जमौगी टोला निवासी रमेश राय का ब्रह्मचारी के समीप गंगा नदी के किनारे आरपीएस नाम से ईंट भट्ठा है। रविवार की देर शाम रमेश राय अपने भट्ठे का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान ईंट की पकाई के लिए जल रही भट्ठी के ऊपर घूम-घूम कर फायरमैन द्वारा भट्ठी में कोयले की झोंकाई को वह देख रहे थे। इसी दौरान भट्ठे के ऊपर बना एक चेंबर जिस पर वे खड़े थे, अचानक टूट गया और उसी के साथ वह जलती भट्ठी के अंदर चले गए। भट्ठे के चैंबर के अंदर आग काफी तेज थी, जिसमें कुछ ही पल में उनका आधे से अधिक शरीर जलकर राख हो गया। वहीं पास में कार्य कर रहे मजदूरों ने लोहे रॉड की सहायता से संचालक को बाहर निकालने का काफी प्रयास किया, लेकिन उनके शरीर का कुछ ही अवशेष निकल पाया।