शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विभाग में आने के बाद से पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पूरे बिहार में सरकारी स्कूलों में अधिकारी लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं. इसी क्रम में शिक्षा विभाग के सभी प्रशाखा पदाधिकारी, फाइल प्रेजेंटेशन से जुड़े सहायक और लिपिकों का वेतन रोक दिया गया है. वहीं, निदेशक प्रशासन रहे सुबोध कुमार चौधरी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. बता दें कि आदेश में कहा गया है कि शाखाओं के निरीक्षण के दौरान यह पाया गया है कि फाइलों को नष्ट करने के निर्देश का पालन शाखा पदाधिकारियों और सहायकों द्वारा नहीं किया गया है.
आपको बता दें कि, इस निरीक्षण के दौरान अनुपयुक्त एवं नष्ट होने योग्य फाइलें मिलीं, यह विभाग के निर्देशों का उल्लंघन है, इसलिए अगले आदेश तक के लिए उक्त कार्रवाई की गई है. बता दें कि अधिकारियों का वेतन रोकने के संबंध में निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
इसके साथ ही आपको बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर रविवार को अभियान चलाकर ऐसी फाइलों को नष्ट करने और अन्य को निष्पादित करने की कार्रवाई की गई, जिसके बाद सभी पदाधिकारी और कर्मी इस कार्य में लग गये. बता दें कि हाल ही में केके पाठक शिक्षा विभाग में बड़े बदलाव को लेकर लगातार चर्चा में हैं. वहीं पूरे बिहार में आम लोगों की निगाहें उनके कदम पर टिकी हुई हैं.