बिहार में वारंट जारी करने पर जज को मिली है जान से मारने की धमकी, प्राथमिकी दर्ज
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पटना। बिहार में जज भी सुरक्षित नहीं है। बेखौफ अपराधी ने सीजीएम को जाने से मारने की धमकी दी है। बेगूसराय में वारंट निकालने वाले जज को जान से मारने की धमकी देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सीजीएम के द्वारा मामला दर्ज करवाए जाने के बाद भी पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पाई है। वहीं अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा छापेमारी की जा रही है। वहीं घटना को लेकर जिला अधिवक्ता संघ धमकी से आक्रोशित है। संघ ने कहा कि समाज में आपराधिक सोच व मानसिकता पागलपन के दौर से गुजर रही है। न्यायपालिका पर हमला समाज के लिए खतरनाक है। अधिवक्ता संघ ऐसी सोच की तीव्र भर्त्सना करता है। मिली जानकारी के अनुसार सीजेएम को 22 नवंबर को डाक से उनके दफ्तर में एक बंद लिफाफा आया। इसमें एक पत्र के माध्यम से शालिग्राम कनौजिया केयर ऑफ रामाशीष दास के द्वारा गैर जमानती वारंट जारी करने पर उनको जान से मारने की धमकी दी गई है।
जान से मारने की धमकी मिलने के बाद सीजीएम रूम्पा कुमारी के द्वारा बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार को लिखित शिकायत दी थी। इसके बाद 7 दिसंबर को सीजीएम न्यायालय के जीआर क्लर्क नागेश मोहन सिन्हा ने नगर थाना में शालिग्राम कनौजिया के खिलाफ लिखित शिकायत की है, जिस पर नगर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। बदमाश के खिलाफ धारा 188, 353 और 506 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है। इस मामले पर नगर थानाध्यक्ष रामनिवास ने बताया कि केस दर्ज कर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस के बाद यह सवाल उठने लगा है कि अपराधियों को मनोबल कितना बढ़ा हुआ है कि घटना को अंजाम देने के बाद वारंट जारी करने वाले जज को भी खुलेआम जान से मारने की धमकी दे रहें हैं। इस मामले में अबतक कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस पर एक बड़ा सवाल खड़ा किया जा रहा है। न्यायिक दंडाधिकारी के बदमाशों के निशाने पर आने से कहीं न कहीं आम लोगों में भी इसका असर पड़ना लाजिमी है। इस मामले के सामने आने के बाद अधिवक्ताओं और न्यायालय से जुड़े कर्मियों में पुलिस के प्रति आक्रोश है।