बिहार में हो रही जातीय गणना मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. इस मामले में मिली सभी याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ने एक साथ क्लब कर दिया है और एक साथ ही सुनवाई होगी. इससे पहले इस मामले पर 18 अगस्त को सुनवाई हुई थी. दोनों पक्षों को सुनने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट कोई निर्णय लेगा. आपको बता दें कि पटना हाईकोर्ट ने जातीय गणना को चुनौती देने वाली सभी याचिकाएं 1 अगस्त को खारिज कर दिया था और कहा था कि कार चाहे तो गणना करा सकती है. इसके बाद पटना हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. 18 अगस्त को हुई सुनवाई में बिहार सरकार की ओर से कहा गया था कि बिहार में सर्वे का काम पूरा हो चुका है और आंकड़े भी ऑनलाइन अपलोड किए जा रहे हैं.
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कब क्या हुआ ?
7 जनवरी
बिहार में जातीय गणना हुई शुरू
15 अप्रैल
दूसरे चरण का काम हुआ शुरू
21 अप्रैल
जातीय गणना का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
27 अप्रैल
SC ने पटना हाईकोर्ट जाने को कहा
2 मई
सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित
3 मई
सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित
4 मई
पटना हाईकोर्ट ने जातीय गणना पर लगाई रोक
11 मई
बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
19 मई
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट जाने को कहा
13 जुलाई
हाईकोर्ट में जातीय गणना पर हुई बहस
17 जुलाई
सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित
1 अगस्त
हाईकोर्ट ने जातीय गणना से रोक हटाई
7 अगस्त
13 अगस्त तक टली सुनवाई
14 अगस्त
सुप्रीम कोर्ट ने फिर अगली तारीख दी
18 अगस्त
सभी याचिकाओं पर एक साथ हुई सुनवाई
21 अगस्त
सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई
जातीय गणना में कब क्या हुआ?
27 फरवरी 2020
जाति आधारित गणना का प्रस्ताव बिहार विधानसभा में पास हुआ.
अगस्त 2021
सीएम नीतीश ने तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की, जातीय गणना पर सहमति बनी.
23 अगस्त 2021
सीएम, तेजस्वी समेत 11 नेताओं ने पीएम से मुलाकात की और जाति आधारित गणना कराने की मांग की.
1 जून 2022
जाति आधारित गणना के मुद्दे पर बिहार में सर्वदलीय बैठक हुई, सभी पार्टियों की सहमति बनी.
2 जून 2022
कैबिनेट ने जातीय गणना को पारित कर दिया.
बिहार में कौन जातियां कितनी?
बनिया 0.6%
बढ़ई 1%
कायस्थ 1.2%
कुम्हार 1.3%
लोहार 1.3%
मल्लाह 1.5%
कानू 1.6%
नाई 1.6%
ततवा 1.6%
कहार 1.7%
धानुक 1.8%
तेली 2.8%
भूमिहार 2.9%
कुर्मी 3.6%
कोइरी 4.1%
राजपूत 4.2%
ब्राह्मण 4.7%
यादव 11%
(1931 की गणना)