Bihar: छात्रों की कॉपी जांचेंगे 'फंड' और 'मूनलाइट गुरुजी, 26 फरवरी से शुरू होगा बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन, जानिए मामला

सारण में भेजे गए नियुक्ति पत्र पर शिक्षको के विद्यालयों की पड़ताल की तो पता चला कि उस स्कूल में कुमारी मूनलाइट' 'कुमारी फंड' 'कुमारी पॉइंट,' 'इंटरटेनमेंट कुमार और ग्रीटिंग्स नाम के कोई शिक्षक नहीं हैं.

Update: 2022-02-24 05:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार (Bihar) की सारण (Saran) जिले में बिहार बोर्ड (Bihar Board) ने 12 वीं की परीक्षा के मूल्यांकन ड्यूटी में 'फंड' और 'मूनलाइट' गुरु जी की भी ड्यूटी लगायी गई है. हालांकि, यह कमाल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का है. हकीकत में किसी भी गुरुजी के नाम का अस्तित्व नहीं है. इस दौरान जिले में 26 से शुरू होने वाले इंटर मूल्यांकन में लगाए गए एमपीपी शिक्षकों की बिहार बोर्ड से जारी लिस्ट में यह सनसनीखेज खुलासा सामने आया है,जिससे उजागर होने के बाद सारण में भी हड़कप है. वहीं, बोर्ड से द्वारा जारी की गई लिस्ट में गुरुजी को 'कुमारी मूनलाइट' 'कुमारी फंड' 'कुमारी पॉइंट' 'इंटरटेनमेंट कुमार और ग्रीटिंग्स के नाम पर नियुक्ति पत्र भेजा गया है.

दरअसल, हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, सारण में भेजे गए नियुक्ति पत्र पर शिक्षको के विद्यालयों की पड़ताल की तो पता चला कि उस स्कूल में कुमारी मूनलाइट' 'कुमारी फंड' 'कुमारी पॉइंट,' 'इंटरटेनमेंट कुमार और ग्रीटिंग्स नाम के कोई शिक्षक नहीं हैं. हालांकि, इतनी बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद से ही शिक्षा विभाग के लोग भी सकते में आ गए हैं. वहीं, बोर्ड की लिस्ट में 35 से ज्यादा नाम शामिल हैं. हालांकि जांच पड़ताल के बाद इसकी संख्या ज्यादा होने का अनुमान जताया जा रहा है.
अब तक 35 नाम आए सामने जांच के बाद बढ़ेगी संख्या
बता दें कि अनुमोदित लिस्ट में अभी तो 35 से ज्यादा टीचरों के नाम चिन्हित किए गए हैं. इस दौरान पूरी पूरी लिस्टसूची का बेहतर ढंग से प्रयास किया जाए तो और भी मामले सामने आएंगे. मालूम हो कि जिले के इंटर मूल्यांकन केंद्रों पर 26 फरवरी से मूल्यांकन का काम शुरू होना है. मालूम हो कि जिले में बनाए गए इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन केंद्रों पर प्रारंभिक विद्यालयों के जानकार लगभग 1 हजार शिक्षकों को अलग-अलग मूल्यांकन केंद्र आवंटित किया गया है.
हायर लेवल से प्रारंभिक तक गड़बड़ियों का चल रहा सिलसिला
वहीं, सारण जिले में उच्च शिक्षा से लेकर प्रारंभिक स्तर तक गड़बड़ियों का सिलसिला चलता रहा है. ऐसे में कई मामलों में शिक्षा विभाग की काफी किरकिरी होती रही है, क्योंकि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में लोकनायक जयप्रकाश नारायण समेत 7 महापुरुषों के जीवनी को सिलेबस से हटाने के बाद हो हंगामा हुआ. उसके बाद विभिन्न परीक्षाओं के एडमिट कार्ड और रजिस्टर में एक ही रोल नंबर और पंजीयन संख्या आवंटित कर दी गई थी. हालांकि, अभी हाल में छात्राओं के नैपकिन के पैसे भेजने में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया था . फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है.


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