जातीय गणना के आंकड़े जारी होने के बाद ही सियासत जारी है. लगातार बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. जहां एक तरफ JDU एमएलसी पर बड़ा आरोप लगा है. उन्होंने 23 परिवारों का जातीय गणना के आंकड़े को लीक किया है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा है. बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि गलत तरीके से जातीय गणना के आंकड़े को एडजस्ट किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सही तरीके से जातीय गणना नहीं की गई है.
85 लाख आंकड़ों को किया गया एडजस्ट
बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस आंकड़े से कौन खुश है यह तो नहीं पता, लेकिन 85 लाख आंकड़ों को गलत तरीके से एडजस्ट किया गया है. उन्होंने ब्लॉक स्तर पर जातीय आंकड़े जारी करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ब्लॉक स्तर पर आंकड़े जारी करें ताकि लोगों का भ्रम दूर हो जाए. वहीं, मंत्रिमंडल में भागीदारी के आधार पर हिस्सेदारी के बयान पर उन्होंने कहा कि पहले लालू प्रसाद यादव अपने 25 मंत्रियों को हटाए और हिस्सेदारी के आधार पर लोगों को मंत्री पद दें. वहीं, उन्होंने आरजेडी से ये सवाल पूछा है कि ये बताए कि मुसलमान विधायकों को लालू यादव कब मंत्री बना रहे हैं.
JDU एमएलसी नीरज कुमार पर लगा आरोप
आपको बता दें कि JDU एमएलसी नीरज कुमार ने राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को घेरने के लिए राज्य के 23 परिवारों के डेटा को लीक कर दिया है. उन्होंने मीडिया के सामने सारा डाटा रख दिया. जिसके बाद अब उनपर आरोप लग रहे हैं और कार्रवाई की बात कही जा रही है. हालांकि उन्होंने इस मामले में कहा है कि कुछ भी गलत नहीं किया है बस जातीय गणना से संबंधित आंकड़ों को मैंने सबके सामने रखा है.