बिहार के नालंदा से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां गुरुवार को नालंदा से बिहारशरीफ सदर अस्पताल में एसएनसीयू के बाहर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. बता दें कि नवजात का जन्म 9 दिन पहले नालंदा के बिहारशरीफ सदर अस्पताल में हुआ था. वहीं, जन्म के नौवें दिन बुधवार की देर रात अचानक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई, बच्चे को काफी तेज बुखार था. तबीयत बिगड़ने पर परिजन बच्चे को इलाज के लिए एसएनसीयू वार्ड में ले गये, लेकिन वहां सुरक्षा गार्ड ने परिजनों को गेट के बाहर ही रोक दिया, जिसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया.
इसके साथ ही आपको बता दें कि परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ड्यूटी के दौरान रात में सोते रहते हैं, जिसका खामियाजा मरीज और मरीज के परिजनों को भुगतना पड़ता है. साथ ही रात में भी जब बच्चे की हालत ठीक नहीं थी, उसे तेज बुखार था, उस वक्त भी डॉक्टर एसएनसीयू के अंदर सो रहे थे. इस कारण बच्चे को समय पर उचित इलाज नहीं मिल सका और बच्चे की मौत हो गयी.
आपको बता दें कि इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने कहा कि बच्चे को देखे बिना ही परिजनों को बुखार की दवा देने की सलाह दे दी गयी. वहीं, उस बच्चे की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और एसएनसीयू के बाहर जमकर हंगामा किया और डॉक्टर के साथ हाथापाई भी की. साथ ही घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद मामला शांत हुआ.