सिपाही भर्ती परीक्षा से ठीक पहले सेटिंग करने वाले बड़े रैकेट का खुलासा

Update: 2023-09-30 17:29 GMT
समस्तीपुर:  बिहार पुलिस में सिपाही की नौकरी के लिए 1, 7 और 15 अक्टूबर को पूरे बिहार में अलग-अलग परीक्षा केंद्र पर परीक्षा होने वाली है. सिपाही भर्ती परीक्षा में नौकरी का झांसा देकर सेटिंग्स करने वाले गिरोह पहले से ही एक्टिव हैं. ऐसे ही एक गैंग का समस्तीपुर पुलिस के द्वारा पर्दाफाश किया गया है. इस मामले में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
समस्तीपुर पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाडा / सेटिंग करने की योजना को विफल करते हुये अरोपियों के पास से 10 वॉकी-टॉकी, 20 वॉकी टॉकी का एंन्टीना, 10 वॉकी-टॉकी चार्जर, 32 ब्लूटूथ, इयर फोन सहित कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस बरामद किया है. इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है. इस मामले में समस्तीपुर के प्रभारी पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि समस्तीपुर जिला में इस बहाली को लेकर सेटिंग कर बहाली करने वाले कुछ गिरोह सक्रिय हैं जो आयोजित परीक्षा के अभ्यार्थियों को लालच देकर एवं उनसे मोटी रकम लेकर उन्हें ब्लूटूथ एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस उपलब्ध करा रहे हैं.
इसकी सूचना मिलने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, रोसड़ा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. विशेष टीम के द्वारा रोसड़ा अनुमंडल अन्तर्गत विभूतिपुर थाना एवं आसपास के क्षेत्रों में मानवीय एवं तकनीकी सूचना के आधार पर सघन छापामारी करते हुये कुल चार आरोपियों को कदाचार हेतु प्रयोग में लाये जाने वाले ब्लूटूथ एवं विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस के साथ योजना बनाने के क्रम में गिरफ्तार किया गया.
पकड़े गए आरोपियों के पास से कई अभ्यार्थियों का एडमिट कार्ड एवं शैक्षणिक प्रमाण पत्र की मूल प्रति , विभिन्न अभ्यर्थियों का हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक, पैन ड्राईव बरामद किया गया. पकड़ाये आरोपियों ने पूछताछ के दौरान अपनी अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुये बताया कि इन सभी के द्वारा सिपाही भर्ती परीक्षा में बरामद इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को कई अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने की योजना थी. उन्होंने बताया कि परीक्षा से पूर्व ये लोग अभ्यर्थियों को सिस्टम उपलब्ध कराने के एवज में उनके मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र एवं 20-25 हजार रूपये मिले थे तथा परीक्षा समाप्ति के उपरांत 2-5 लाख रूपये एवं अंतिम चयन के उपरांत 05-07 लाख रुपया मिलना था.
प्रभारी एसपी ने बताया कि उसके बाद इन लोगों के द्वारा उन अभ्यर्थियों को गारंटी के तौर पर लिये गये मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लौटाया जाना था. पूछताछ के दौरान इन लोगों से इस फर्जीवाड़ा गिरोह के अन्य लोगों की संलिप्ता का भी पुख्ता साक्ष्य मिले है, जिनके बैकवॉर्ड और फारवार्ड लिंकेज का पता कर गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही है. पुलिस के द्वारा की गई इस कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए मुन्ना भाई आरोपियों में संतोष कुमार उर्फ गुड्डू ,मनीष कुमार उर्फ संतोष ,अंकित कुमार, गौतम कुमार शामिल हैं.
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