बिहार सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी कर्मचारियों अब एक दिन के इलाज का भी मिलेगा खर्च
अब प्रदेश के सरकारी अधिकारियों और कर्मियों के लिए बीमारियों का इलाज कराना आसान हो गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अब प्रदेश के सरकारी अधिकारियों और कर्मियों के लिए बीमारियों का इलाज कराना आसान हो गया है। सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में एक दिन के इलाज के खर्च का भी चिकित्सा व्यय प्रतिपूर्ति (रिंबर्समेंट) की जाएगी। इसके लिए भर्ती होने की तिथि व डिस्चार्ज की तिथि और इलाज की विवरणी के साथ डिस्चार्ज टिकट समर्पित करना अनिवार्य होगा। इससे करीब 4.5 लाख सरकारी अधिकारी और कर्मचारी लाभान्वित होंगे। इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई।
गठित कमेटी की अनुशंसा पर लिया गया निर्णय
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य सरकार के कर्मियों और पदाधिकारियों द्वारा सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में एक दिन में कराई गई चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति का मामला विभाग में लंबित था। इस पर विचार करने के लिए निदेशक प्रमुख (चिकित्सा शिक्षा) स्वास्थ्य सेवाएं की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी की अनुशंसा सहित प्रतिवेदन प्राप्त हुआ। कमेटी की अनुशंसा के आलोक पर विचार करने के बाद अधिकारियों और कर्मियों का सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में एक दिन के चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति करने का निर्णय लिया गया।
15 की जगह अब 23 रोगों के इलाज का खर्च मिलेगा
इसके अलावा अब 15 के स्थान पर 23 रोगों के इलाज में खर्च की गई राशि की प्रतिपूर्ति (रिम्बर्समेंट) होगा। सरकार चिकित्सा व्यय की सूची में आठ रोगों में रुमेटी गठिया, क्रोहन रोग, अतिगलग्रन्थिता, लाइकेन प्लानस, मस्तिष्क पक्षाघात, पार्किंसन रोग और पेल्विक इन्फ्लामेट्री को भी जोड़ा है। पहले से टीबी, कैंसर, कुष्ठ, हृदय की सर्जरी, गुर्दा व लिवर प्रत्यारोपण, हेपेटाइटिस-सी, हेपेटाइटिस- बी, लिवर सिरोसिस, हीमोफीलिया, प्लास्टिक एनीमिया, एड्स, कलाजार, लकवा और डायलेसिस शामिल था।