अगिआव के भोजपुरी गायक व लेखक गौतम के केस की हुई जांच, निकला निर्दोष

Update: 2023-09-17 12:43 GMT
अगिआव: सचाई छुप नहीं सकती बनावट के वशुलो से,खुशबू आ नहीं सकती कागज के फूलों से ।सच्चाई भले ही दुष्ट पापी अत्याचारीयो के आतंक से कुछ पल देर व साल के लिये ओझल हो जाते हैं पर एक न एक दिन सच्चाई सामने आ ही जाता है । कोई कितना भी शक्तिशाली क्यो न हो लेकिन सच्चाई कोनहीं दबा सकता है जिस तरह आकाश के सूर्य को ढके बादल कभी न कभी प्रकाशमान होने से रोक नहीं सकता है उसी तरह सत्य को कोई दबा नहीं सकता है ठीक इसी तरह एक जाने माने भोजपुरी दुनिया के बाल संगीत कलाकार गौतम कुमार को अगिआव ग्राम के ललन डोम हत्या काण्ड के 2018में दो धरावो हत्या में कई धारा व ST/SC में कई धारावो के तहत झूठे केस में फसाये जाने का मामला लम्बे समय से चला आ रहा था। जो आज पुलिस द्वारा जांच कर दुध का दुध पानी का पानी के तरह न्याय उचित ढंग से कर सच्चाई को उजागर कर दिया गया है । जिसका प्रशासनिक महकमे में अच्छी तरह से पोल खुल गया है । उक्त केस की जांच से पुलिस में अब खुद ही भय पैदा होने लगा है जो कोई किसी का केस लिखने व FIR दर्ज करने से पहले गम्भिरता से जांच की जा रही है ताकी कही उक्त केस जैसा जांच के घेरे में न आ जाय ।उक्त दोनो केसो से निर्दोष निकलने की जानकारी मिलते ही गौतम सहित इनके परिवार व रिश्तेदारों व कई पत्रकारों में भी खुशी का माहौल छा गया है ।
इस सम्बंध में गौतम के पिता व पत्रकार राम शरण शर्मा ने बताया की हमें पुलिस प्रशासन पर पुर्ण भरोसा थी कि हमें एक न एक दिन उचित न्याय मिलेगा। जो आज RTI के तहत उचित न्याय मेरे बेटे गौतम कुमार को मिला है । यहाँ बताते चले कि गड़हनी थाना अन्तर्गत अगिआव ग्राम के ललन डोम हत्या काण्ड में गौतम कुमार को अभियुक्त बनाने का मामला RTI के अन्तर्गत पुलिस की जाँच में आ गई।जिसकी जाँच पुलिस द्वारा पटना में जाकर की गई । जिनके द्वारा साक्ष्य दी गई थी उनके द्वारा ये पुन:प्रमाणित किया गया कि जब उक्त घटना घटी थी उसके पुर्व से लेकर घटना के दिन व बाद तक गौतम हमारे कंपनी में कार्यरत थे। जिससे पुलिस की विश्वास हो गई । इसलिय इसे पुर्व मे दिये गये जांच के लिये साक्ष को सत्य पाया गया। जिससे गौतम कुमार निर्दोष है । इसकी जाँच गड़हनी थाना ध्यक्ष राजीव रंजन कुमार द्वारा बिना भेद भाव के किये,व ईमानदारी पूर्वक की गई है।जिन्हें उक्त पत्रकार द्वारा तहे दिल से स्वागत किया गया है ।सूत्रों के हवाले से जानकारीके मुताबिक बताया गया है कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो, पदाधिकारियों सहित उचले निचले न्यायपालिका को भी जांच रिपोर्ट इस महिने तक सौपी जा सकती है ।ताकि गौतम कुमार को आगे कोई दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ सके ।
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