उद्योग-धंधे बेला में भारत वैगन कैंपस का होगा कायाकल्प, लगेंगे नए उद्यम

Update: 2023-02-08 12:40 GMT

मुजफ्फरपुर न्यूज़: बेला स्थित भारत वैगन फैक्ट्री पिछले छह साल से बंद है. जमीन बियाडा से लीज ली गई थी. इसलिए बियाडा ने जमीन वापस अपने कब्जे में ले ली है. करीब 4.5 एकड़ के इस भू-भाग का बियाडा कायाकल्प कर उद्यमियों को देने की तैयारी में है.

से इस भू-भाग की सफाई और भारत वैगन की फैक्ट्री के खंडहर बन चुके भवन को तोड़ने का काम शुरू हो गया है. तीन से चार दिनों में इस प्लॉट को साफ कर दिया जाएगा. हालांकि, विभाग इसमें शेड निर्माण करेगा या केवल सड़क आदि बनाकर प्लॉट के रूप में उद्यमियों को देगा, इसपर फैसला उद्योग विभाग के प्रधान सचिव व प्रोजेक्ट क्लीयरेंस कमेटी की बैठक में होगा.

एलपीजी सिलेंडर व रेलवे की बोगी के पार्ट्स बनते थे एक जमाने में भारत वैगन फैक्ट्री में एलपीजी सिलेंडर, रेलवे बोगी के पार्ट्स और पुल निर्माण से जुड़े लोहे के गार्डर आदि बनाए जाते थे. इसमें काम करने वाले पूर्व कर्मचारी मोती राय और राम निरंजन मिश्रा ने बताया कि पहले रेलवे और अन्य फैक्ट्रियों के काफी ऑर्डर आते थे. हालांकि, बाद में इसमें कमीशनखोरी होने लगी. गैस कंपनियों के अधिकारी भारत वैगन के बनाए सिलिंडर को खराब क्वालिटी का बता देते थे. इस वजह से सारा सिलेंडर स्क्रैप में जाने लगा. इस वजह से अंत में सिलेंडर निर्माण का काम बंद हो गया. बाद में सिर्फ रेलवे के पार्ट्स बनाए जाते थे. हालांकि, 2017 में मौजूदा केंद्र सरकार ने भारत वैगन को घाटे का उद्यम बताकर इसे बंद करा दिया. इसके बाद मोकामा, बेला और बटलर चौक के पास भारत वैगन फैक्ट्री को बंद कर दिया गया. बेला स्थित फैक्ट्री कैंपस को बियाडा अब दूसरे उद्यमी को देने की तैयारी कर रहा है.

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