गर्मी बढ़ते ही लोग अभी से पानी को लेकर परेशान

गहराने लगा पेयजल संकट, बर्तन लेकर घूम रहे लोग

Update: 2024-04-17 07:49 GMT

गया: गर्मी के साथ ही गया शहर में पेयजल की समस्या गहराने लगी है. जैसे-जैसे पारा चढ़ने लगा है वैसे-वैसे पानी की समस्या विकराल होते जा रही है. लोग अभी से पानी को लेकर परेशान हैं. नगर में लगे अधिकांश हैंडपंप मेंटेनेंस के अभाव में बेकार पड़े हुये हैं. साथ ही प्याऊ की भी हालत ठीक नहीं है. कई प्याऊ बन्द पड़ा है. बुडको का वाटर पाइप लाइन भी अभी तक शहर में समुचित रूप से घरों तक पानी नहीं पहुंचाया है. पानी का लेयर भी खिसकने लगा है.

अधिकतर प्याऊ बंद या खराब वार्ड 33 के पार्षद ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि मुहल्लों में पेयजल की समस्या बढ़ने लगी है. करीब हजार आबादी प्रभावित है. बुडको द्वारा वार्ड के मुहल्लों में पूरा पाइप भी नहीं बिछाया गया. जहां पाइप लगा है वहां कनेक्शन भी नहीं दिया गया है. कोयल पोखर, खगड़िया टोला आदि मुहल्ला में भी समस्या गहराने लगी है. दो प्याऊ पिछले एक सप्ताह से खराब पड़ा हुआ है. मोहन नगर पार्क और पुलिस लाइन महादलित टोला के पास प्याऊ खराब पड़ा हुआ है.

पानी के लिए हाहाकार रमना महादलित टोले में करीब 50 से 60 घरों के लोग पानी के लिए एक सप्ताह से बुरी तरह परेशान हैं. लेकिन, इसकी चिंता वार्ड पार्षद सहित अन्य निगम अधिकारियों को नहीं है. वार्ड 22 के पप्पू कुमार कहते हैं कि पानी की समस्या हमलोगों के लिए शुरू से ही है. एक तरफ नल-जल का पाइप बिछा कर छोड़ दिया गया है. पानी बेकार बहते रहता है. लेकिन घर तक पानी नहीं पहुंच पाता है. दूसरी जगह से पानी लाते है वह भी बहुत प्रदूषित है. पूर्व वार्ड पार्षद लालजी प्रसाद ने बताया कि रामना रोड महादलित बस्ती में पानी की समस्या बढ़ने लगी है. पेयजल सुविधा के नाम पर चापाकल जरूर है. लेकिन उसमें से दूषित पानी की आपूर्ति होती है जिससे लोग परेशान हैं. नल का पानी सही तरीके से नहीं पहुंच रहा है. सामाजिक कार्यकर्ता रंजय सेनापति ने बताया कि वार्ड 30 के हनुमान नगर व आसपास के मोहल्ले में भी पानी की समस्या बढ़ने लगी है. बुडको का वाटर पाइप लाइन से भी सभी घरों को अभी तक पानी उपलब्ध नहीं कराया गया है. हनुमान नगर के करीब 40-50 घर में पाइप कनेक्शन के बावजूद एक बूंद नही पानी की सप्लाई नहीं हो सका है. इसके कारण पानी की समस्या बढ़ने लगी है. बताया गया कि शहर में पेयजल की समस्या को दुरुस्त बनाने के लिए करीब सौ चापाकल तथा 2 प्याऊ है. साथ ही 74 वैट की भी सुविधा दी गई है. लेकिन इसमें से अधिकांश चापाकल खराब पड़े हैं.

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