हाथ का नस काटने के बाद युवती ने लगाई फांसी
मोबाइल इंसान के जीवन में अनिवार्य संसाधन के रूप में शामिल हो गया है। कोरोना काल में स्कूली छात्र छात्राएं भी ऑनलाइन क्लास को लेकर मोबाइल के करीब आ गए।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मोबाइल इंसान के जीवन में अनिवार्य संसाधन के रूप में शामिल हो गया है। कोरोना काल में स्कूली छात्र छात्राएं भी ऑनलाइन क्लास को लेकर मोबाइल के करीब आ गए। स्कूल और अभिभावक ने इसकी इजाजत नादान और नाबालिग बच्चों को भी दे दी। इस दौरान कई बच्चे मोबाइल के आदी भी बन गए। उनसे मोबाइल वापस लेना या मोबाइल पर अनावश्यक समय देने से मना करना खतरनाक बनता जा रहा है। बिहार के गोपालगंज में मोबाइल के साइड इफेक्ट की एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। एक युवती ने सिर्फ इसलिए कलाइ का नस काट कर फंदे से लटक गई क्योंकि मां ने मोबाइल से दूर रहने के डांट लगा दी। घटना नगर थाना क्षेत्र के बसडीला मुर्गिया टोला की है।
पुलिस ने युवती के शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक मृतक युवती सोनिया बसडीला निवासी शेख इरशाद की बेटी थी। वह मोबाइल पर ज्यादा व्यस्त रहती थी। मां को यह बात पसंद नहीं था लेकिन सोनिया को किसी का रोकना-टोकना अच्छा नहीं लगता था। मां के डांटने के पर उसने गुरुवार को गले में अपने दुपट्टा का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
जानकारी के अनुसार मोबाइल के लिए मां के डांटने पर बेटी सोनिया अपने कमरे में चली गयी और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। काफी देर तक जब युवती नहीं मिली तो उसकी मां ने खोजना शुरू किया। मां ने सोनिया के कमरे का दरवाजा खटखटाया अंदर से कोई जवाब नहीं मिला जब कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो खोला गया तो वहां युवती की लाश मिल लटकी हुई थी। सोनिया ने दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी।
परिजनों ने इसके पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस जांच में पाया गया कि युवती ने अपनी कलाइ का नस भी काट लिया था। कमरे में खून के धब्बे भी मिले हैं। घटना से परिवार में मातम छा गया है। नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी ललन कुमार ने बताया कि फंदे पर झुलती हुई युवती की लाश मिली है। पुलिस सभी संभावित एंगल से इस मामले की जांच कर रही है।