नेपाल में लगातार बारिश के बाद बिहार की कई नदियां उफान पर, खोले गए गंडक-कोसी बराज के सभी गेट

नेपाल के तराई क्षेत्रों और उत्तर बिहार के कई हिस्सों में लगातार बारिश से कई नदियां उफान पर हैं।

Update: 2022-08-03 03:16 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेपाल के तराई क्षेत्रों और उत्तर बिहार के कई हिस्सों में लगातार बारिश से कई नदियां उफान पर हैं। गंडक, कोसी, बागमती, महानंदी और कमला बलान नदियां बिहार में कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंडक और कोसी बराज पर दबाव बढ़ने से सभी गेट खोल दिए गए। गंडक नदी में 3.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, तो वहीं कोसी नदी में 2.30 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया।

गंडक नदी में हर घंटे दो सेंटीमीटर तो कोसी में हर घंटे एक सेंटीमीटर पानी बढ़ रहा है। इन नदियों में भारी मात्रा में बारिश का पानी आने के बाद कोसी के वीरपुर बराज और गंडक के वाल्मीकिनगर बराज के सारे गेट खोल दिए गए। इससे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। गंडक नदी गोपालगंज में खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। वहीं, कोसी नदी सुपौल में खतरे के निशान से 1.43 मीटर और खगड़िया में 51 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
बागमती नदी मुजफ्फरपुर के औराई में डेंजर लेवल से 1.25 मीटर, गायघाट में 1 मीटर ऊपर है। कमला बलान का जलस्तर मधुबनी के जयनजर में लाल निशान से 35 सेंटीमीटर, झंझारपुर में 80 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है।
वीटीआर में घुसा पानी, जंगली जानवर रिहायशी इलाकों की ओर बढ़े
सुपौल में पश्चिमी कोसी तटबंध के रिटायर बांध पर दबाव बढ़ने से स्पर ध्वस्त हो गया। बेतिया के गौनाहा में कटहा नदी पर बना पुल दो भागों में बंट गया। वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में पानी घुस गया है। इससे जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में घुसने लगे हैं। सुपौल और सहरसा के कई गावों में लोगों के घर-आंगन डूब गए हैं। सुपौल के किशनपुर प्रखंड में दुबियाही मौजहा मुख्य सड़क टूट गई। निर्मली प्रखंड में 200 एकड़ क्षेत्र में धान की फसल डूब गई।
सीमांचल में महानंदा का तांडव
सीमांचल क्षेत्र में महानंदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कई जगहों पर यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कटिहार के आजमनगर प्रखंड के आधा दर्जन गांवों में महानंदा का पानी घुस गया है। इससे स्थानीय लोग खौफ में अपना जीवन काट रहे हैं। कनकई और परमान नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो रही है।
गंगा भी खतरे के निशान के करीब
गंगा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भागलपुर के कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से महज 31 सेंटीमीटर नीचे है। पटना के गांधीघाट में भी गंगा का पानी खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। सोन और पुनपुन नदियां भी उफान पर हैं।
पूरे बिहार में अलर्ट
बिहार की कई नदियों के डेंजर लेवल पार करने के चलते जल संसाधन विभाग ने पूरे सूबे में अलर्ट जारी किया है। तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। उफनती नदियों के तटबंधों की विशेष चौकसी की जा रही है। इंजीनियरों और अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। कटाव या टूट-फूट की सूचना तुरंत मुख्यालय तक भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं।
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