भोपाल के बाद जमाते-मुजाहिद्दीन का स्लीपर सेल का गढ़ बना उत्तर बिहार, तलाश में जुटी पुलिस, खुफिया विभाग अलर्ट
भोपाल में जमाते-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के चार आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उत्तर बिहार में भी इसके स्लीपर सेल की तलाश शुरू कर दी गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भोपाल में जमाते-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के चार आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उत्तर बिहार में भी इसके स्लीपर सेल की तलाश शुरू कर दी गई है। भोपाल में गिरफ्तार चार आतंकियों से पूछताछ में बिहार में भी स्लीपर सेल तैयार किए जाने की जानकारी हुई है। इसके बाद उत्तर बिहार के जिलों में इसके नेटवर्क के सुराग ढूंढे जा रहे हैं। मधुबनी और दरभंगा में पहले भी बांग्लादेशियों को घुसपैठ में पकड़ा जा चुका है। इसको लेकर खुफिया विभाग अलर्ट पर है।
जमात के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। बताया जा रहा है कि एनआरसी, तीन तलाक आदि मुद्दों को लेकर उत्तर बिहार में बीते साल हुए आंदोलन में अगली पंक्तियों में रहे युवाओं के संबंध में खुफिया सूत्र जानकारी जुटा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, भोपाल में एटीएस ने फजहर अली उर्फ महमूद, मोहम्मद अकील, जहरुद्दीन उर्फ इब्राहिम, जैनुल आबेदीन और फजहर जैनुल को गिरफ्तार किया था। चारों से अलग-अलग राज्यों के एटीएस अधिकारी पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
दरभंगा स्टेशन पर बीते दिनों केमिकल ब्लास्ट के तार संगठनों से जुड़े थे। इसको लेकर पहले से ही दरभंगा पर एटीएस की नजर रही है। इससे पहले मुंबई में मार्च 2017 में धराये बांग्लादेशी मो. फहद का मधुबनी के खजौली से कागजात बनाने के मामले में जांच हुई थी। इसमें कई लोगों से पूछताछ हुई थी। इस तरह बांग्लादेशी नागरिकों के तार पहले से भी उत्तर बिहार से जुड़े रहे हैं।