एक महीने के लंबे ब्रेक के बाद शादी-विवाह समेत सभी तरह के मांगलिक कार्य शुरू, 20 जनवरी से फिर बजेगी शहनाई, ये हैं मुहूर्त
मकर संक्रांति के समाप्त होते ही एक महीने के लंबे ब्रेक के बाद शादी-विवाह समेत सभी तरह के मांगलिक कार्य अब शुरू हो सकेंगे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मकर संक्रांति के समाप्त होते ही एक महीने के लंबे ब्रेक के बाद शादी-विवाह समेत सभी तरह के मांगलिक कार्य अब शुरू हो सकेंगे। बनारसी पंचांग के अनुसार विवाह का पहला मुहूर्त 20 जनवरी को है। इसमें जनवरी 23, 25 और 27 बहुत शुभ मुहूर्त है। फरवरी में 4 से लग्न शुरू है जो 19 तक है। उसके बाद गुरु के अस्त होने से विवाह का शुभ मुहूर्त मार्च तक नहीं है।
मिथिला पंचांग के अनुसार जनवरी में 23 से 27 तक लग्न है। फरवरी में 2 से 11 तक है। उसके बाद फरवरी और मार्च में विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं है। अप्रैल में 17 तारीख से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। ज्योतिषाचार्य माधवानंद के अनुसार खरमास का समापन 14 जनवरी की रात 8.30 बजे से सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद हो गया। 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया गया। इसके बाद सूर्य का मकर राशि में प्रवेश हो गया और सभी मांगलिक कार्य आरंभ हो गए।
13 दिसंबर से शादी पर लगा था ब्रेक
मिथिला पंचांग और बनारसी पंचांग के अनुसार अंतिम लग्न 13 दिसंबर को थी। 14 दिसंबर को बृहस्पति अस्त हुआ। गुरु की राशि में जब सूर्य होता है तो मांगलिक कार्य नहीं होता है। 16 दिसंबर को खरमास लग गया था। खरमास में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। 14 जनवरी को खरमास का समापन हुआ और मकर संक्रांति के साथ मांगलिक कार्य आरंभ हो गए।
जनवरी माह में मुहूर्त
मिथिला पंचांग : 23, 24, 27
बनारसी पंचांग : 20, 21, 22, 23, 24, 25, 27, 28, 29
फरवरी में मुहूर्त
मिथिला पंचांग : 2, 6, 7, 10, 11
बनारसी पंचांग : 4, 5, 6, 9, 10, 11, 16, 18, 19