शहर की करीब 35 हजार की आबादी को नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा
शहरवासी रोज सवा लाख रुपए की कीमत का पानी खरीदकर पीने को विवश हैं.
गोपालगंज: शहर की करीब 35 हजार की आबादी को नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. जबकि, इस योजना पर सरकार ने 10 करोड़ों रुपए की राशि खर्च हो चुकी है. आलम यह है कि शहरवासी रोज सवा लाख रुपए की कीमत का पानी खरीदकर पीने को विवश हैं.
नगर के करीब 50 फीसदी घरों तक नल का जल नहीं पहुंच रहा. कही टंकी गायब है तो कही पाइप फटने, मोटर जलने व अन्य कई कारणों से पानी की आपूर्ति ठप है. पिछले साल फरवरी माह में हुई नगर परिषद की बैठक में वार्ड पार्षदों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. इसके बाद मुख्यपार्षद सीमा देवी ने नाराजगी जताई थी. कार्यपालक पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर वार्डों में योजना की वास्तविक स्थिति का सर्वे किया गया था.
यह भी निर्णय लिया गया था कि संवेदकों की लापरवाही व मनमानी उजागर होने पर काली सची में डाल कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. लेकिन स्थिति में सुधार नही हुआ. अब नया कर्यपालक पदाधिकारी ने कड़ा एक्शन लिया है. संवेदकों के साथ बैठक कर सुधार करने को लेकर कड़ी हिदायत जारी की है. उसके बाद से मरम्मत कार्य शुरू कराया गया है.
सवा लाख का पानी खरीद रोज पीते है शहरवासी ज्ञात हो कि नगर क्षेत्र में करीब साढ़े 8 हजार घर व 55 हजार के करीब आबादी है. लेकिन,10 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी 2 हजार घरों में भी समय से नल का पानी नहीं पहुंच रहा है. 50 फीसदी घरों के दरवाजों तक रोज जार के पानी की गाड़ी पहुंचती है. घरवाले 20 रुपए में जार का पानी खरीद कर पीते हैं. जार में 20 तो कंटेनर में 15 लीटर पानी भरा होता है. करीब 5643 परिवार रोज पानी खरीदते हैं. शादी, सम्मेलन, श्राद्ध से लेकर छोटी-बड़े आयोजन व अन्य अवसरों पर जार का पानी ही उपयोग होता है.
लग्न के मौसम के अलावा त्योहार या अन्य बड़े कार्यक्रमों और समारोह के अवसरों पर जार के पानी की मांग बढ़ जाती है.
नलजल की टंकी हुई ध्वस्त सिधवलिया. थाना क्षेत्र के हसनपुर वार्ड नंबर 12 में नल जल की टंकी की शाम को ध्वस्त हो गयी. मलवा गिरने से दुकान भी क्षतिग्रस्त हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि सात निश्चय योजना की 18 लाख की राशि से जलापूर्ति के लिए टंकी लगायी गई थी. इसके साथ गांव में जलापूर्ति ठप हो गई है. दुकानदार शशि कपूर तिवारी ने बताया कि जब टंकी भरभरा कर गिरी तो वे दुकान से बाहर थे.
जिससे वे बाल-बाल बच गए. हालांकि दुकान में रखे गए चावल दाल ,आटा, गेहूं सहित अन्य सामान बर्बाद हो गए.
फ्रिज भी क्षतिग्रस्त हो गया. पंचायत के मुखिया अमरजीत महतो ने बताया कि इसकी जानकारी पंचायती राज पदाधिकारी को दी गई है.
ग्रामीणों के अनुसार घटिया निर्माण की वजह से टंकी ध्वस्त हो गयी.