पटना न्यूज़: पटना विश्वविद्यालय में मुख्यालय में फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्रों ने हंगामा किया. आक्रोशित छात्रों ने विश्वविद्यालय में तालेबंदी कर दी. छात्रों ने तीन घंटे से ज्यादा समय तक आंदोलन किया. आंदोलन में छात्रसंघ के जीते हुए प्रतिनिधि और अलग-अलग संगठनों से जुड़े हुए छात्र नेता भी शामिल थे. आंदोलन की वजह से आम छात्रों का काम भी प्रभावित हुआ. कार्यालय का कामकाज भी देर तक ठप पड़ा रहा. हंगामें के दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही. बाद में छात्रों के प्रतिनिधि मंडल को कुलपति से मिलवाया गया. कुलपति के समक्ष छात्र संगठनों ने बात रखी.
छात्रसंघ के अध्यक्ष आनंद मोहन, उपाध्यक्ष विक्रम कुमार, सायंस कॉलेज के काउंसिल सदस्य के अलावा एनएसयूआई-शाशवत, एआईएफएफ आइसा और दिशा से जुड़े छात्र नेताओं का कहना था कि वार्षिक परीक्षा के दौरान छात्रों को तीन हजार से 3500 रुपये लगते थे. लेकिन अभी पहले सेमेस्टर में नामांकन के समय छात्रों को 2450 रुपये लिये गए थे. वहीं सेकेंड सेमेस्टर में भी 2250 रुपये मांगा जा रहा है. छात्र इसी का विरोध कर रहे हैं. वहीं छात्रों का आरोप है अभी तक लाइब्रेरी में सेमेस्टर के हिसाब से किताबें उपलब्ध नहीं है. वहीं, कुलपति ने छात्रसंघ के पैड पर लिखकर देने को कहा कि फीस घटाया जाए. इसे एकेडमिक काउंसिल में रखा जाएगा.
कुलपति बोले,नहीं हुई फीस बढ़ोतरी
पटना विवि के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि कोई फीस बढ़ोतरी नहीं हुई है. सेमेस्टर सिस्टम लागू किये जाने के बाद जो राजभवन से फीस स्ट्रक्चर तैयार किया गया है, उसमं. एक रुपये की बढ़ोतरी नहीं हुई है. यह सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के समय की ही तय फीस है. वहीं पहले एकबार परीक्षा होती थी. अब दो बार परीक्षा होती है. कुल तीन की बजाए छह परीक्षाएं होंगी. सभी कॉलेजों के फीस में एकरूपता लाई गई है. लड़कियों को कोई फीस नहीं लगता है. एससी-एसटी वर्ग के छात्रों का भी फीस माफ है.