मुंगेर जिले में नौ साल में बांटे गए 6.88 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड

इन नौ साल में जिले में 1,92,055 मिट्टी नमूनों की जांच का लक्ष्य था

Update: 2024-05-08 08:46 GMT

मुंगेर: मृदा स्वास्थ्य कार्ड से मिट्टी की सेहत सुधर रही है. कार्ड के उपयोग से खेतों में अंधाधुंध रासायनिक खाद के प्रयोग पर ब्रेक लगा है. जिले में मिट्टी जांच लैब से विगत नौ वित्तीय वर्ष में 6 लाख 88 हजार 767 मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किसानों के बीच किया जा चुका है. इन नौ साल में जिले में 1,92,055 मिट्टी नमूनों की जांच का लक्ष्य था.

मृदा स्वास्थ्य कार्ड से मिलती है जानकारी मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसानों को खेत में प्रयोग होने वाले रसायनिक खाद की मात्रा की जानकारी मिलती है. इसके सहारे किसान उचित मात्रा में खाद का इस्तेमाल कर फसल उगा रहे हैं.

मिट्टी जांच लैब में इन पोषक तत्वों की होती है जांच मिट्टी जांच लैब में 12 प्रकार के पैरामीटर की जांच कर पोषक तत्वों का पता लगाया जाता है. इसमें भूमि का पीएच मान, ऑर्गेनिक कार्बन, इलेक्ट्रिक कनेक्टिविटी, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सल्फर, बोरान, तांबा, जिंक, लोहा व मैंगनीज की जांच शामिल है.

रक्सौल में ट्रक की ठोकर से यात्री की मौत: बारा जिला के जीतपुर सिमरा वार्ड1 स्थित आधाभार जंगल क्षेत्र में ट्रक की ठोकर से एक पैदल यात्री की मौत हो गई. मृतक की पहचान नहीं हो सकी है. डीएसपी दधी राम न्योपारने ने बताया कि ट्रक झापा से भैरहवा जा रही थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए कलैया अस्पताल भेजा गया है. ट्रक समेत चालक को नियंत्रण में ले कर आगे की करवाई की जा रही है.

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