फर्जी कागजात दे बैंक से लिया 10.5 लाख लोन
अधिग्रहित भूमि पर घर बनाने में धराई
पटना: महिला ने खुद को बीएसएनएल की कर्मी बता फर्जी तरीके से ऋण एसबीआई से 10.5 लाख रुपये का ऋण ले लिया. दो साल बाद जब इसका खुलासा हुआ तो बैंक प्रबंधन की नींद खुली.
आनन-फानन में भारतीय स्टेट बैंक की अशोक राजपथ शाखा की शाखा प्रबंधक नूतन सिन्हा ने पीरबहोर थाने में कुच्छो देवी नाम की महिला पर केस दर्ज कराया. पुलिस छानबीन में जुटी है. आरोपित महिला ने अपना पता पटना जिले के अलावलपुर पियरया गांव दिया है.
दरअसल, वर्ष 2021 में 18 जुलाई को महिला ने एसबीआई के अशोक राजपथ शाखा में व्यक्तिगत ऋण के लिये आवेदन दिया था. इसके ठीक दो दिनों बाद यानि 20 जुलाई को बैंक ने महिला को ऋण के रूप में 10.5 लाख रुपये बचत खाते में जमा कर दिये. बैंक प्रबंधन ने बताया कि जांच में कागजात फर्जी निकले. महिला ने बैंक को बीएसएनएल का फर्जी पहचान पत्र, वेतन पर्ची, फॉर्म 16 की प्रति और पीएनबी के खाते से संबंधित कागजात दिए थे.
इस फर्जीवाड़ा के सार्वजनिक होने के बाद बैंक प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. महिला के ऋण के लिये आवेदन देने के दो दिनों के भीतर ही उसके खाते में रुपये जमा कर दिये गये. कागजात की जांच नहीं की.
अधिग्रहित भूमि पर घर बनाने में धराई
राजीव नगर थाना इलाके के आवास बोर्ड की जमीन पर की रात अवैध तरीके से आवास बनवा रही एक महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपित महिला टॉवर गली की रहने वाली है. पुलिस ने बताया कि महिला के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है. महिला रात के अंधेरे मकान का निर्माण करा रही थी.