तवांग TAWANG : गुवाहाटी (असम) स्थित राष्ट्रीय सूअर अनुसंधान केंद्र (एनआरसीपी) ने तवांग कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के सहयोग से शुक्रवार को तवांग जिले के जेमीथांग में संवाद और इनपुट वितरण कार्यक्रम आयोजित किया।
किसान-वैज्ञानिक संवाद सत्र के दौरान विषय विशेषज्ञ डॉ. एके तिवारी और जेडी सिंह ने एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्राकृतिक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए चारा बैंक विकसित करने, वर्मीकंपोस्टिंग और गोबर के खाद का उपयोग करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
सीओ दीवान मारा ने किसानों से पशु आहार तैयार करने के लिए केवीके विशेषज्ञों से सहायता लेने का आग्रह किया। उन्होंने ब्रोक्पा याक चरवाहों और किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम से कुल 150 किसान लाभान्वित हुए।