ARUNACHAL NEWS : पूर्वोत्तर में बाढ़ से 3.20 लाख से अधिक लोग प्रभावित: एएसडीएमए
GUWAHATI/ITANAGAR गुवाहाटी/ईटानगर: पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मानसूनी बारिश के कारण पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। इससे करीब 3.20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और सार्वजनिक तथा निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचने के अलावा सामान्य जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के अधिकांश जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 19 जिलों में करीब तीन लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं।
एएसडीएमए के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को आश्रय देने के लिए विभिन्न जिलों में 105 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। वहीं, मौजूदा बाढ़ से 3,326.31 हेक्टेयर फसल भूमि प्रभावित हुई है। मौजूदा मानसूनी बाढ़ में असम के विभिन्न जिलों में अब तक कम से कम 26 लोगों की मौत हो चुकी है। अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव के कारण विभिन्न जिलों में कई हजार लोगों का सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। करसिंगसा में राष्ट्रीय राजमार्ग-415 का एक हिस्सा और एक पुलिया बह गई, जिससे निरजुली और बांदरदेवा के बीच संपर्क टूट गया। अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित लोगों को अस्थायी आश्रय प्रदान करने के लिए ईटानगर और आसपास के इलाकों में आठ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू, जिनके पास आपदा प्रबंधन विभाग भी है, ने बुधवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने लोगों से सुरक्षित रहने, आवश्यक सावधानी बरतने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम संबंधी सलाह पर अपडेट रहने का आग्रह किया है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रशासन सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर है।
मेघालय में, पिछले कुछ दिनों से राज्य में लगातार हो रही बारिश ने दो लोगों की जान ले ली है और छह जिलों के 42 गांवों में 3,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
मेघालय राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (MSDMA) के अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान पूर्वी खासी हिल्स में 48 वर्षीय प्रोबिनो वारबाह और पश्चिमी खासी हिल्स में 49 वर्षीय कांटली मरम के रूप में हुई है।
लगातार बारिश और बाढ़ ने मिजोरम और त्रिपुरा में जनजीवन को प्रभावित किया है और घरों और सड़कों को नुकसान पहुंचाया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान जताया है।