विशाखापत्तनम में तीन दिन के दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, नौसैनिक बेड़े की करेंगे समीक्षा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) पूर्वी नौसेना कमान के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को विशाखापत्तनम पहुंचे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) पूर्वी नौसेना कमान के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को विशाखापत्तनम पहुंचे, जहां वो सोमवार को बंगाल की खाड़ी में राष्ट्रपति के बेड़े की समीक्षा करेंगे. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, ईएनसी के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता और अन्य अधिकारियों ने विशाखापत्तनम स्थित नौसैनिक एयरबेस आईएनएस डेगा पर राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया. आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के उपलक्ष्य में इस बार 'प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू-2022' की थीम 'भारतीय नौसेना-राष्ट्र की सेवा में 75 साल' रखी गई है.
सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में भारत का हर राष्ट्रपति अपने पांच साल के कार्यकाल में एक बार भारतीय नौसैनिक बेड़े की समीक्षा करता है और पीएफआर-22 इस तरह की 12वीं समीक्षा होगा. पीएफआर का मकसद देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के प्रति आश्वस्त करना है. ये दूसरी बार है जब विशाखापत्तनम पीएफआर की मेजबानी करेगा. पहली बार 2006 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने विशाखापत्तनम में नौसैनिक बेड़े की समीक्षा की थी.
2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मखर्जी ने की थी समीक्षा
2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मखर्जी ने विशाखापत्तनम में अंतरराष्ट्रीय बेड़े की समीक्षा की थी. अधिकारियों ने बताया कि पीएफआर-22 के तहत कोविंद युद्धपोतों सहित नौसेना के दो बेड़ों और तटरक्षक बल, भारतीय नौवहन निगम तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बेड़ों की समीक्षा करेंगे, जिसमें 10,000 से अधिक कर्मियों द्वारा संचालित 60 जहाज और पनडुब्बियां शामिल होंगी. अधिकारियों के मुताबिक कार्यक्रम में 50 विमान भी शिरकत करेंगे और वो एक फ्लाई-पास्ट का प्रदर्शन करेंगे.
नौसेना की एक विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति नौसेना के स्वदेश निर्मित अपतटीय गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा की सवारी करेंगे, जिसे खासतौर पर 'राष्ट्रपति यॉट' के रूप में नामित किया गया है और वो 'स्टीमिंग पास्ट' के जरिए कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी जहाजों की समीक्षा करेंगे, जो चार कतारों में विशाखापत्तनम तट पर खड़े हैं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय नौसेना की विमानन शाखा के तहत संचालित सभी विमान फ्लाई-पास्ट में हिस्सा लेंगे, जिसमें मिकोयान मिग-29के, बोइंग पी-8आई नेप्च्यून और एचएएल ध्रुव एमके3 जैसे हालिया अधिग्रहित विमान भी शामिल हैं.
नौसेना के अनुसार फ्लाईपास्ट के बाद मरीन कमांडो (मार्कोस) आतंकवाद निरोधी अभियान और खोजी एवं बचाव अभ्यास के अलावा कुछ पनडुब्बियों के जरिए 'स्टीम पास्ट' का प्रदर्शन करेंगे. नौसेना ने बताया कि राष्ट्रपति इस मौके पर विशेष रूप से तैयार फर्स्ट डे कवर और स्मारक टिकट भी जारी करेंगे.