जब दो लोग किसी रिश्ते में बंधने के बाद अपने प्यार भरे रिश्ते को संभाल नहीं पाते या एक-दूसरे के विचारों में तालमेल नहीं बिठा पाते।तो उनका रिश्ता टूटने लगता है। आज की युवा पीढ़ी कुछ ऐसे ही दौर से गुजर रही है। जहां रिश्ते जितनी जल्दी बनते हैं उतनी ही जल्दी टूट भी जाते हैं। रिश्तों में दरार और मनमुटाव कपल्स के बीच अवसाद का कारण बनते हैं। जिसे रिलेशनशिप डिप्रेशन कहा जाता है. आइए जानते हैं कि कपल्स को रिलेशनशिप डिप्रेशन का दर्द क्यों झेलना पड़ता है और इससे बचने के क्या उपाय हैं।
रिलेशनशिप डिप्रेशन के कारण-
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर व्यक्ति इतना व्यस्त हो गया है कि वह अपने परिवार के लिए भी समय नहीं निकाल पा रहा है। ऐसे में एक-दूसरे के लिए समय की कमी के कारण धीरे-धीरे कपल्स के बीच दूरियां आने लगती हैं, जो बाद में उनके रिश्ते में दरार पैदा कर सकती है। यह समस्या उन लोगों में अधिक देखी जाती है जो लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में हैं, जिन्हें प्यार में धोखा मिला है या जो अत्यधिक व्यस्त रहते हैं। याद रखें कि एक सफल और मजबूत रिश्ते को बनाए रखने के लिए एक-दूसरे को उचित समय देना होगा।
रिलेशनशिप डिप्रेशन का असर-
-रिलेशनशिप डिप्रेशन से गुजर रहा व्यक्ति स्वभाव से चिड़चिड़ा हो जाता है।
-डिप्रेशन व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करता है। ऐसा व्यक्ति भावनात्मक रूप से असुरक्षित महसूस करता है और तनाव, उदासीनता और अकेलेपन का शिकार होने लगता है।
रिलेशनशिप डिप्रेशन से बचने के उपाय-
-अगर आपका अपने पार्टनर से किसी बात पर मतभेद चल रहा है और आप उसे मिल-बैठकर नहीं सुलझा पा रहे हैं तो अपने बीच के तनाव को दूर करने और समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए किसी करीबी दोस्त, परिवार के सदस्य या अन्य से सलाह लें। कर सकना।
-आपके और आपके पार्टनर के बीच चल रहे तनाव और समस्या को तूल न दें, आपसी बातचीत से चीजों को सुलझाने की कोशिश करें।
-रिश्तों में संवाद बहुत जरूरी है, आपसी बातचीत से भी समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है।
-अपने व्यवहार को थोड़ा लचीला बनाएं, रिश्ते में अहंकार न लाएं।
-जीवन के अच्छे और मधुर पलों को याद करें, जो आपको खुश करते हैं।