नहीं पता होंगे इडली-डोसा खाने के ये फायदे

Update: 2022-07-01 06:11 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साउथ इंडियन इडली और डोसा कई लोगों को काफी पसंद होते हैं। ज्यादातर लोग इनके स्वाद के बारे में बातें करते हैं। हालांकि सेहत के लिहाज से ये साउथ इंडियन डिशेज काफी फायदेमंद होती हैं। दरअसल इडली और डोसे को खमीर उठाकर बनाया जाता है। खमीर में गुड बैक्टीरिया होते हैं। इनके कई सारे फायदे होते हैं। ऐसे खाने को प्रोबायोटिक फूड भी कहा जाता है। ये हमारे लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। यहां तक कि डॉक्टर्स कोरोना से जल्दी रिकवरी के लिए भी प्रोबायोटिक फूड्स लेने की सलाह देते हैं। यहां जानें कौन-कौन से फूड्स हैं प्रोबायोटिक और क्या हैं इनके फायदे।

प्रोबायोटिक्स के फायदे
डायटीशियन विधि चावला बताती हैं, प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे शरीर को कई फायदे पहुंचाते हैं। यह हमारा डाइजेशन सही रखते हैं, आपको दस्त से बचाते और जल्दी ठीक करते हैं। महिलाओं के लिए भी इनके कई फायदे होते हैं। ये वजाइनल और यूरिनरी ट्रैक्ट को भी हेल्दी रखते हैं। प्रोबायोटिक फूड आपकी इम्यूनिटी दुरुस्त करते हैं साथ ही कई तरह की एलर्जीस से भी बचाते हैं। अगर आपने ज्यादा एंटीबायोटिक दवाएं खाई हैं तो इनका साइड इफेक्ट भी प्रोबायोटिक्स से कम होता है।
इन डिशेज से मिलेगा प्रोबायोटिक
विदेशों में लोग पेट सही रखने के लिए प्रोबायोटिक सप्लिमेंट्स लेते हैं। भारत में भी अब यह चलन बढ़ रहा है। हालांकि विधि सलाह देती हैं तो बाजार के सप्लिमेंट्स के बजाय आप भारतीय खाने से अच्छे बैक्टीरिया लें तो ज्यादा फायदेमंद होगा। नैचुरल प्रोबायोटिक्स के लिए आप खाने में दही, योगर्ट, पनीर, इडली, डोसा, छाछ शामिल कर सकते हैं।


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