नाश्ते में चीला खाने से मिलते हैं ये छह हेल्थ बेनिफिट्स

Update: 2023-09-25 16:09 GMT
लाइफस्टाइल: नाश्ता हमारे दिन का पहला मील होता है और इसलिए इस दौरान हम जो भी खाते हैं, उसका गहरा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। जब आप दिन की शुरुआत में कुछ अच्छा व हेल्दी खाते हैं तो इससे आप ना केवल एनर्जेटिक फील करते हैं, बल्कि इससे आपकी ओवर ऑल हेल्थ सुधरती है। आमतौर पर, हम नाश्ते में जल्दबाजी में कुछ भी खा लेते हैं, लेकिन अगर आप कम समय में कुछ अच्छा बनाना चाहते हैं तो ऐसे में चीला खाना यकीनन एक अच्छा ऑप्शन है।
आप नाश्ते में मूंग दाल या फिर बेसन का चीला खा सकते हैं। चीले को जब धनिए-पुदीने की चटनी के साथ खाया जाता है तो इससे उसका टेस्ट काफी अच्छा लगता है। साथ ही साथ, इससे आपकी सेहत पर भी पॉजिटिव असर पड़ता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि नाश्ते में चीला खाने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं-
मिलता है पर्याप्त प्रोटीन
दिन की शुरुआत में अगर पर्याप्त प्रोटीन लिया जाए तो इससे आप लंबे समय तक फुलर व एनर्जेटिक फील करते हैं। वास्तव में, चीला प्रोटीन से भरपूर होता है, क्योंकि इसे दाल या बेसन की मदद से तैयार किया जाता है। सुबह के समय पर्याप्त प्रोटीन का सेवन करने से यह आपको अधिक तृप्त और संतुष्ट महसूस कराता है।
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होता है कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स
गेहूं के आटे की तुलना में चने के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए, भी इसका सेवन करना अच्छा माना जाता है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड आइटम्स ग्लूकोज को ब्लड स्ट्रीम में धीरे-धीरे रिलीज करते हैं। जिसके कारण ब्लड शुगर (इन आयुर्वेदिक तरीकों से करें ब्लड सुगर मैनेज) एकदम से स्पाइक नहीं करता है और उसे स्टेबलाइज करने में मदद मिलती है।
कम होती है कैलोरी
सुबह नाश्ते में चीला खाने का एक फायदा यह भी है कि इसमें कैलोरी काफी कम होती है। यही कारण है कि यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन ब्रेकफास्ट ऑप्शन है, जो अपना वजन कम करना चाहते हैं या फिर उसे बैलेंस करना चाहते हैं। इस तरह आप अधिक कैलोरी का सेवन किए बिना भरपेट नाश्ता कर सकते हैं।
होता है फाइबर से भरपूर
अमूमन हम चीला बनाते समय उसमें कई तरह की सब्जियां मिक्स करते हैं, जिसके कारण इसका फाइबर (ऐसे करें डाइट में ज्यादा फाइबर शामिल) कंटेंट काफी बढ़ जाता है। फाइबर आपको ना केवल फुलर महसूस करवाता है, बल्कि अनहेल्दी क्रेविंग्स को भी रोकता है। साथ ही साथ, फाइबर पाचन में भी सहायता करता है।
होता है ग्लूटेन फ्री
चूंकि चीले को दाल या फिर बेसन की मदद से बनाया जाता है, इसलिए यह नेचुरली ग्लूटेन-फ्री होता है। यही कारण है कि यह ग्लूटेन सेंसेटिव या सीलिएक रोग वाले व्यक्तियों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। कई बार लोग वेट लॉस करने के लिए अपनी डाइट को ग्लूटेन फ्री रखते हैं, ऐसे में वे बिना किसी परेशानी के चीला खा सकते हैं।
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