आप अपने बगीचे में आसानी से लगा सकते हैं सुपारी, जानिए कैसे
सुपारी एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल पूजा-पाठ में बहुत किया जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सुपारी एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल पूजा-पाठ में बहुत किया जाता है। खासकर हिन्दू धर्म के लोग पूजा-पाठ में सुपारी का इस्तेमाल कुछ अधिक ही करते हैं। इसके अलावा पान खाने वाले भी सुपारी का इस्तेमाल बहुत अधिक करते हैं।
जब भी पूजा-पाठ के लिए सुपारी की ज़रूरत पड़ती है तो इसे खरीदने के लिए मार्केट में ही जाना पड़ता है। लेकिन अगर आपसे यह बोला जाए कि सुपारी का पौधा आप आसानी में गार्डन में उगा सकते हैं तो फिर आपका जवाब क्या होगा?
जी हां, इस लेख में हम आपको कुछ बेहतरीन गार्डनिंग टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आसानी से उगा सकते हैं। आइए जानते हैं।
सुपारी का पौधा लगाने के लिए सामग्री
बीज
खाद
मिट्टी
गलमा (ऑप्शनल)
सुपारी पौधा का बीज कैसा होना चाहिए?
यह हम सभी जानते हैं कि किसी भी फल और सब्जी का पौधा लगाने के लिए बीज का सही होना बहुत ज़रूरी होता है। अगर बीज सही नहीं तो सभी मेहनत बेकार हो सकती है। इसलिए सुपारी का पौधा लगाते समय सही बीज का चुनाव करना बहुत ज़रूरी है।
सुपारी पौधे का बीज खरीदने के लिए आप किसी बीज भंडार या फिर किसी नर्सरी का रुख कर सकते हैं। इन दोनों की जगहों पर अच्छे किस्म के बीज आसानी से मिल सकते हैं। यहां सस्ते दाम पर भी बीज मिल जाते हैं।
सुपारी का पौधा लगाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
सुपारी का पौधा लगाना बहुत आसान है, लेकिन पौधा लगाने से पहले आपको कुछ गार्डनिंग टिप्स को फॉलो करने की ज़रूरत है। जैसे-
सुपारी बीज के लिए जिस मिट्टी का इस्तेमाल करने वाले हैं उसे फोड़कर 1-2 दिन के लिए धूप में रख दें।
इससे मिट्टी में मौजूद नमी दूर हो जाती है। इसके अलावा मिट्टी में मौजूद कीड़े भी भाग जाते हैं और जंगली घास भी मर जाते हैं।
अगले दिन मिट्टी में 1-2 कप खाद को डालकर अच्छे से मिक्स कर लें। खाद मिक्स करने के बाद मिट्टी को गमले में डालकर बराबर कर लें।
अन गमले की मिट्टी में 1-2 गहरा बीज को दबाकर बराबर कर लें। मिट्टी बराबर करने के बाद 1-2 माप पानी ज़रूर डालें।
सुपारी का बीज और पौधे के रूप में हो
सुपारी का पौधा और बीज के रूप में है तो उसे लगाने का एक अलग ही तरीका होता है। इसके लिए पौधे को गमले में बीचो-बीच डालकर एक हाथ से पकडे रहे।
अब दूसरे हाथ से गमले में खाद युक्त मिट्टी को डालकर बराबर कर लें। मिट्टी बराबर करने के बाद ऊपर से पानी ज़रूर डालें।