इन कुछ घरेलू टिप्स की मदद से खांसी की समस्या से लड़ने में मिलती है.मदद

खांसी में शहद को घरेलू उपाय के रूप में बेहतरीन माना जाता है

Update: 2021-11-28 04:55 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।खांसी में शहद को घरेलू उपाय के रूप में बेहतरीन माना जाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट्स रोगाणु से लड़ने में सहायक होते हैं. इसके अलावा गले में खराश खत्म करने में भी शहद अहम है. हर्बल टी या नींबू पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार इसे पीना चाहिए.

अदरक से खांसी की समस्या खत्म हो सकती है. सर्दियों में कालीमिर्च और अदरक की चाय पीने से खांसी में राहत मिलती है. शहद के साथ भी अदरक की चाय पी जा सकती है. ज्यादा अदरक की चाय से पेट खराब हो सकता है इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही पीना चाहिए.
पिपरमेंट का मेंथोल कम्पाउंड खांसी को परेशान कर सकता है. गले की जलन और दर्द से राहत प्रदान करने में भी पिपरमेंट सहायक है. दिन में दो से तीन बार पिपरमेंट की चाय पीने से गले में खांसी की समस्या में आराम मिलता है. अरोमाथेरेपी के रूप में आप पिपरमेंट तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. सर्दियों में पिपरमेंट का इस्तेमाल लाभदायक है.
अगर आप गर्म दूध में हल्दी डालकर पिएं तो सर्दी और खांसी से लड़ने में मदद मिलती है. आप सोने से पहले एक गिलास हल्दी मिला गुनगुना दूध पिएं. सर्दी और खांसी से जल्दी आराम मिलेगा.
नमक के पानी से गरारे गले में सहायक है. गले की खुजली मिटाने के अलावा नमक के पानी से गरारे करने पर फेफड़ों में बलगम भी कम हो सकता है. एक कप गर्म पानी में एक चौथाई नमक मिलाने के बाद इससे दिन में कई बार गरारे करने चाहिए. गले में होने वाले टोंसिल में भी इससे फायदा होता है.
नीलगिरी के तेल से सांस लेने की नली की सफाई होती है. नारियल तेल या जैतून के तेल में नीलगिरी की बूंदें मिलकर छाती पर मालिश करें. इसके अलावा गर्म पानी की कटोरी में नीलगिरी के तेल की बूंदें मिलकर भाप भी ली जा सकती है. नीलगिरी से छाती हल्की होकर सांस लेने में आसानी होती है.


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