पुरुषों में ब्रेस्ट साइज क्यों हो जाता है बड़ा, शर्मिंदगी से बचने के क्या है उपाय, जानिए
लाइफस्टाइल: पुरुषों में बढ़ा हुआ ब्रेस्ट साइज कार्फी शर्मिंदगी का शबब है. जब पुरुषों में ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है तो इससे उसके आत्मविश्वास को गहरा आघात लगता है. बढ़े हुए ब्रेस्ट साइज के कारण पुरुष हर तरह के प्रदर्शन में पिछड़ जाते हैं. ऐसे बच्चे स्कूल में भी अपने साथियों के साथ घुलमिल नहीं पाते हैं, किसी खेल-कूद प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं ले पाते हैं. इससे उन्हें मानसिक कुंठा हो जाता है. यहां तक कि बढ़े हुए ब्रेस्ट साइज से पीड़ित पुरुष डिप्रेशन और एंग्जाइटी का शिकार हो जाते हैं. पुरुषों में बढ़े हुए ब्रेस्ट साइज को गाइनेकोमैस्टिया कहते हैं. गाइनेकोमैस्टिया 18-20 साल के बाद उभर कर सामने आता है और 40 साल तक की उम्र में यह कभी भी हो सकता है. अब सवाल यह है कि आखिर पुरुषों में ब्रेस्ट साइज की परेशानी क्यों बढ़ जाती है. इसका क्या इलाज है. इस विषय पर हमने मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्लास्टिक सर्जन डॉ. सुनील चौधरी से बात की.
पुरुषों में ब्रेस्ट साइज के कारण
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रिंसपल डायरेक्टर और चीफ ऑफ प्लास्टिक सर्जरी डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि पुरुषों में ब्रेस्ट साइज बढ़ने के कई कारण जिम्मेदार होते हैं. पहला कारण डेवलपमेंटल गाइनेकोमैस्टिया है. जब बच्चा किशोरावस्था से युवावस्था की ओर आता है तो इस उम्र में शरीर के अंदर कई परिवर्तन होते हैं. टीनएज के दौरान किशोरों में मेल हार्मोन टेस्टोस्टेरोन और फीमेल हार्मोन एस्ट्रोजन दोनों का लेवल बढ़ता है. फीमेल हार्मोन एस्ट्रोजन के कारण अधिकांश टीनएज मेल बच्चों का ब्रेस्ट साइज थोड़ा बढ़ जाता है लेकिन साल-दो साल में यह अपने आप सही भी हो जाता है. लेकिन कुछ किशोरो में एस्ट्रोजन की सेंसिटिविटी ज्यादा रहती है जिसके कारण उसका ब्रेस्ट साइज सामान्य से बड़ा हो जाता है. इसमें एस्ट्रोजन का रिसेप्टर ब्रेस्ट के पास एक तरह से चिपक जाता है जो वहां आसपास के टिशूज को बढ़ने का संकेत देता है. 10 से 20 प्रतिशत बच्चों में यह रिसेप्टर अति संवेदनशील हो जाता है जिसके कारण यहां ब्रेस्ट ग्लैंड बन जाता है. इस स्थिति में बिना इलाज ब्रेस्ट साइज नहीं घट सकता है.
फीमेल हार्मोन है मुख्य रूप से जिम्मेदार
डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ने का दूसरा कारण है हार्मोन. दरअसल, ऑक्सिटोसिन, प्रोलेक्टिन और एस्ट्रोजन, ये तीनों हार्मोन फीमेल हार्मोन है. जब किसी न किसी तरह इन तीनों हार्मोन या हार्मोन को बढ़ाने वाले केमिकल पुरुषों के शरीर में प्रवेश करता है तो इससे मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है. इसके लिए कई चीजें जिम्मेदार होती हैं. कुछ पुरुषों में प्रोलेक्टिन हार्मोन के कारण ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है. प्रोलेक्टिन हार्मोन दिमाग में पिट्यूटरी ग्लैंड में बनता है. पुरुषों में इसके ज्यादा होने के कई कारण है. जब पिट्यूटरी ग्लैंड में ट्यूमर हो जाए तो पुरुषों में प्रोलेक्टिन हार्मोन बढ़ने लगता है. हालांकि प्रोलेक्टिन हार्मोन के बढ़ने का यही एकमात्र कारण नहीं हो सकता है.
प्रोटीन पाउडर भी है विलेन
डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि पुरुषों में ब्रेस्ट साइज बढ़ने का एक और कारण है स्टेरॉयड. कुछ लोगों के शरीर में जाने-अनजाने स्टेरॉयड की मात्रा अनावश्यक रूप से ज्यादा बढ़ जाती हैं. यह स्टेरॉयड जब शरीर के अंदर जाता है तो इससे पुरुषों में ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है. डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि आजकल युवाओं में जिम जाने का बहुत क्रेज है. जिम में अपना मसल्स बनाने के लिए वे तरह-तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं. इसमें सबसे ज्यादा व्हे प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते हैं. इसमें स्टेरॉयड रहता है जो पुरुषों के ब्रेस्ट साइज को बढ़ा देता है.
जंक फूड की जिम्मेदारी भी कम नहीं
जंक फूड और फास्ट फूड भी पुरुषों में ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए कम जिम्मेदार नहीं है. अगर बचपन से मेल में ब्रेस्ट साइज नहीं बढ़ा है तो अधिकांश मामलों में मोटापा इसके लिए जिम्मेदार होता है. मोटापे की सबसे बड़ी वजह जंक फूड और फास्ट फूड है. शहरी बच्चों में जंक फूड खाने की प्रवृति ज्यादा है जिसके कारण शरीर में फैट जमा होने लगता है. मोटापे के कारण फैट बढ़ जाता है. फैट सेल्स में लाइपेज एंजाइम होता है. यह मेल हार्मोन टेस्टोस्टोरोन को फीमेल हार्मोन एस्ट्रोजन हार्मोन में बदल देता है. इस एस्ट्रोजन के कारण मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है.
मीट और डेयरी प्रोडक्ट
डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि आजकल गाय-भैंसों में दूध बढ़ाने के लिए ऑक्सिटोसिन इंजेक्शन लगाया जाता है. जब इस दूध को बच्चों को दिया जाता है या इस दूध से बने डेयरी प्रोडक्ट बच्चों को खिलाया जाता है तो इससे पुरुषों का ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है. हालांकि अमूल-मदर डेयरी जांच के बाद ही दूध को पैक करता है. इसलिए इनके दूध में तो यह नहीं होता लेकिन जब आप बाहर से दूध लेते हैं तो उसमें इसकी आशंका होती है. वहीं दूसरी ओर आजकल बकरे या चिकन में मीट को बढ़ाने के लिए स्टेरॉयड दिया जाता है. यानी एनिमल मीट में जो स्टेरॉयड रहता है, वह जब पुरुषों के शरीर में प्रवेश करता है तो इससे भी मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है. डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि अगर बचपन में मेल बच्चे को सोया मिल्क दिया जाए तो इससे भी मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ जाएगा. इसलिए बचपन में सोया मिल्क का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इन सबके अलावा कुछ मेडिकल कंडीशन, कुछ दवाइयां और कुछ एसिड के कारण भी मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है.
मेल ब्रेस्ट का इलाज किया है
डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि आमतौर पर 18 साल तक की उम्र तक हम इंतजार करते हैं. अगर कोई मेल बच्चों में ब्रेस्ट साइज बढ़ा होता है तो इस उम्र तक अधिकांश बच्चों में अपने आप यह ठीक भी हो जाता है. अगर ठीक नहीं हुआ तो ब्लड और अन्य टेस्ट से हम पता लगाते हैं कि इसका कारण हार्मोन या कुछ और. अगर हार्मोनल प्रभाव के कारण मेल ब्रेस्ट साइज बढ़ रहा है तो इसके लिए दवाई दी जाती है. इसलिए 18 साल की उम्र में मेल ब्रेस्ट साइज के लिए बच्चे को जरूर डॉक्टर से दिखाना चाहिए. अगर दवा से ठीक नहीं होता है तो इसका एकमात्र इलाज ऑपरेशन ही है. इसलिए माता-पिता को अपने बच्चे को डॉक्टर के पास लाने से संकोच नहीं करना चाहिए. इसका बहुत ही आसान और सरल ऑपरेशन है जो एक दिन में ही पूरा हो जाता है. इसलिए ऑपरेशन कराने में हिचकिचाएं नहीं क्योंकि अगर मेल बच्चे का ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है तो इससे उसकी बौद्धिक क्षमता बुरी तरह प्रभावित होती है और वह हर मामलों में पिछड़ने लगता है.