बादाम का सेवन भिगोकर क्यों किया जाता है
यदि आप सूखे बादाम का सेवन करते हैं, तो छिलकों को निकालना संभव नहीं होता,
सर्दी के दिनों में आप में से ज्यादातर लोग भीगे बादाम का सेवन करते हैं। कुछ लोग बादाम को पानी में तो कुछ दूध में भिगो कर खाना अच्छा समझते हैं, लेकिन बादाम का सेवन आखिर भिगोकर ही क्यों किया जाता है, सूखे बादाम क्यों नहीं? अगर आप नहीं जानते इसका जवाब, तो चलिए हम आपको बता देते हैं।
दरअसल छिलके सहित बादाम खाना उतना फायदेमंद नहीं होता, जितना बगैर छिलके वाले बादाम खाने से होता है। इसका प्रमुख कारण है छिलकों का आपके पोषण में रूकावट पैदा करना। जी हां, बादाम के छिलके में टैनीन नाम का एक तत्व मौजूद होता है जो कि इन पोषत तत्वों के अवशोषण को रोक लेता है।
बादाम को भिगोकर खाने से इसमें मौजूद प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का फायदा हमारे शरीर को अधिक होता हैं, क्योंकि इससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है तथा वजन भी नियंत्रित होता है। दूध में भीगी हुई बादाम को सुबह छीलकर खाने से बादाम का पूरा पोषण मिलता है।
यदि आप सूखे बादाम का सेवन करते हैं, तो छिलकों को निकालना संभव नहीं होता, जबकि बादाम को पानी या दूध में भिगो देने पर इससे छिलका आसानी से निकल जाता है। ऐसे में आपको बादाम का पूरा पोषण मिल पाता है, तथा दूध में भीगे होने के कारण दूध का फायदा भी आपके शरीर को मिलता है। यही कारण है कि सर्दी के दिनों में पानी या दूध में भीगे हुए बादाम खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
जानते हैं इसके 4 फायदे-
1 दूध में भीगे बादाम खाने से पाचन क्रिया भी संतुलित रहती है, इतना ही नहीं इसमें भरपूर फॉलिक एसिड भी हमारे लिए लाभदायी होता है।
2 दूध में भीगे बादाम इनमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है, तथा शरीर को कैल्शियम भी मिलता हैं, जो बढ़ती उम्र को कंट्रोल करता है।
3 बादाम से ब्लड में अल्फाल टोकोफेरॉल की मात्रा बढ़ती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
4 भीगे बादाम से गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ता है तथा बैड कॉलेस्ट्रॉल कम होता है।