किन किन लोगों को करना चाहिए पपीता से परहेज
मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन और कैरोटीन डायटरी फाइबर से भरपूर पपीता पेट के लिए रामबाण औषधी है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन और कैरोटीन डायटरी फाइबर से भरपूर पपीता पेट के लिए रामबाण औषधी है। यह बीटा-कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट कैरोटीनॉयड का एक अच्छा स्रोत है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। मगर, जरूरत से ज्यादा इसका सेवन सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। वहीं, कुछ लोगों के लिए पपीता खाना जहर समान है। चलिए आज अपने इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि किन लोगों को पपीता खाना चाहिए और किन्हें नहीं...
प्रेगनेंसी में हानिकारक
एक्सपर्ट गर्भवती महिलाओं को पपीता ना खाने की सलाह देते हैं क्योंकि पपीते के बीज, जड़ और पत्तियों का अर्क भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है। पपीते में कुछ ऐसे एंजाइम होते हैं, जो गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकती है। पपीते में मौजूद पपैन घटक शरीर की कुछ झिल्लियों को नुकसान पहुंचा सकता है जो भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक हैं।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान
ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली मांओं को भी पपीता नहीं खाना चाहिए। इसके अंजाइन शिशु के लिए हानिकारक हो सकते हैं। वहीं जब तक बच्चा 1 साल का ना हो जाए उसे भी पपीता ना खिलाएं।
दवाओं के साथ ठीक नहीं हो सकता
पपीता रक्त को पतला करने वाली दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है, जिससे आसानी से रक्तस्राव और चोट लग सकती है। वहीं, बहुत अधिक पपीता खाने से अन्नप्रणाली को चोट लग सकती है। ऐसे में अगर आप भी खून पतला करनी वाली दवाएं ले रहे हैं तो इससे परेहज करें।
गुर्दे में पथरी
एक छोटे पपीते के फल (157 ग्राम) में 96 मिलीग्राम विटामिन-सी (7) पाया जाता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन सी गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ा सकता है। हालांकि, ऐसा कोई शोध नहीं है जो यह बताता हो कि पपीते के अधिक सेवन से ऐसा हो सकता है।
स्किन के लिए हानिकारक
पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है, जो स्किन केयर क्रीम बनाने के लिए यूज होता है। मगर, जिन्हें एलर्जी की शिकायत होती है उनके लिए यह हानिकारक है। इससे स्किन पर रैशेज और जलन हो सकती है।
रेस्पिरेटरी एलर्जी की समस्या
इसमें मौजूद पपैन नामक एंजाइम अस्थमा, एलर्जी की परेशानी बढ़ा सकता है। अधिक मात्रा में पपीते का सेवन घबराहट और सांस लेने में दिक्कत का कारण बन सकता है।
ब्लड प्रेशर के मरीज करें परहेज
अगर आप पहले से ही उच्च रक्तचाप की दवा ले रहे हैं तो अधिक पपीते का सेवन करने से बचें। इससे रक्त शर्करा के स्तर में गिरावट आ सकती है, जो खतरनाक हो सकता है।
हार्ट बीट कर सकता है धीमा
अगर दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं तो पपीता का अधिक सेवन ना करें। इससे हृदय गति धीमी हो सकती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी कम रहता है।
बढ़ सकती है पेट की समस्या
इसमें लेटेक्स होता है जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम पर असर डालता है। इससे पेट में गैस, दर्द, जलन जैसी दिक्कतें हो सकती है। यह कब्ज के लिए बहुत अच्छा हो सकता है लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन पेट खराब कर सकता है। इसमें फाइबर भी अधिक होता है जो दस्त का कारण बन सकता है।