क्या है जोड़ो में दर्द के कारण

अर्थराइटिस का सबसे प्रचलित रूप ऑस्टियोअर्थराइटिस (ओए) होता है।

Update: 2023-02-23 16:11 GMT

आपके जोड़ों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। अगर आप ट्रेनिंग सेशन ज्यादा कर लेते हैं या एक ही पोजिशन में काफ़ी देर बैठे रहते हैं तो भी जोड़ों में तकलीफ हो सकती है। जब आप अपनी मसल्स को स्ट्रेच करते हैं और मोड़ते हैं, तो इन सामान्य समस्याओं से होने वाला जोड़ों का दर्द आमतौर पर अपने आप दूर हो जाता है। हालांकि कई बार ऐसा भी हो सकता है कि बिना किसी वजह के भी आपके जोड़ों में लगातार दर्द हो सकता है। अगर लंबे समय तक जोड़ों का दर्द रहे, तो इसका मतलब होता है कि आपको कोई गंभीर बीमारी है या भविष्य में हो सकती है। वैसे उम्र बढ़ने की वजह से भी जोड़ों में दर्द की समस्या होती है, लेकिन कुछ बीमारियां भी हैं जो इस समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकती हैं, आइए जानें इस बारे में..

ऑस्टियोअर्थराइटिस
अर्थराइटिस का सबसे प्रचलित रूप ऑस्टियोअर्थराइटिस (ओए) होता है। गौरतलब है कि अर्थराइटिस हड्डियों से होने वाली एक समस्या है। ऑस्टियोअर्थराइटिस होने से कार्टिलेज का नुकसान होता है। कार्टिलेज जोड़ों के बीच एक कुशन के रूप में कार्य करता है। जब कार्टिलेज में कोई समस्या होती है तो जोड़ो का दर्द उभरता है। उम्र से संबंधित हड्डी की यह समस्या आमतौर पर घुटनों, कूल्हों, गर्दन और पीठ के निचले हिस्से को प्रभावित करती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस ज्वाइंट स्टिफ्नेस पैदा करने के लिए जाना जाता है। इसके होने से तेज दर्द और ऐंठन होती है और जब चला फिरा जाता है तो ये दर्द और भी भयानक हो जाता है।
पुरानी चोट
अगर आपको पहले कभी चोट लगी है तो आगे चलकर इसकी वजह से आपको जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है। भले ही आपने अपनी चोट का इलाज़ करा लिया हो, लेकिन बाद में कभी भी इससे हड्डियों से संबंधित समस्या हो सकती हैं। सर्दी के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो सकती है। यह तब होता है जब बैरोमीटर प्रेशर कम हो जाता है, जिससे जोड़ों के आसपास के ऊतक और तरल पदार्थ फैल जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पुरानी चोट जहां लगी रहती है वहां दर्द होता है। अगर कोई पुरानी चोट आपको परेशान कर रही है, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
रूमेटाइड अर्थराइटिस
रुमेटीइड अर्थराइटिस (आरए) जोड़ों में होने वाली एक अन्य बीमारी है। हालांकि ऑस्टियोअर्थराइटिस की तरह यह जोड़ों में दर्दनाक दर्द की तरह नहीं होता है। रूमेटोइड अर्थराइटिस कमज़ोर इम्यूनिटी के कारण होने वाली एक ऑटोम्यून्यून बीमारी है। इस बीमारी के सामान्य लक्षणों में जोड़ों में सूजन और अकड़न शामिल है। इसके अलावा इस बीमारी से पीड़ित होने पर व्यक्ति को थकान, बुखार और अचानक वजन घटने का भी अनुभव हो सकता है। रुमेटीइड अर्थराइटिस को ठीक नहीं किया जा सकता क्योंकि यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है। एंटीबायोटिक्स और अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाएं ही इसका एकमात्र इलाज हैं।
हाइपोथायरायडिज्म
थायरॉइड एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो आपकी गर्दन के सामने स्थित होती है। यह ग्रंथि शरीर के लिए कई प्रकार के हार्मोन का उत्पादन करती है। ये सभी हार्मोन शरीर की मेटाबोलिक रेट, मांसपेशियों और पाचन क्रिया, मस्तिष्क के विकास और हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। शरीर द्वारा उत्पादित हार्मोन की मात्रा में कोई भी कमी या बढ़ोत्तरी जोड़ों के दर्द जैसी बीमारी को जन्म दे सकता है। एक अंडरएक्टिव या ओवरएक्टिव थायरॉयड ग्रंथि भी आपको चोटों और फ्रैक्चर के लिए ज्यादा गंभीर बना सकती है।
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