बेबी बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट क्‍या है? लड़कियां जानिए इसके फायदे-नुकसान

पिछले दो दशक से 40 साल की उम्र के बाद चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को रोकने के लिए मह‍िलाएं बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट करा रही हैं

Update: 2021-11-21 12:50 GMT
पिछले दो दशक से 40 साल की उम्र के बाद चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को रोकने के लिए मह‍िलाएं बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट करा रही हैं, लेकिन ट्रेंड बदल रहा है. अब 20 से 25 साल की लड़कियां और ज्‍यादा जवान दिखने के लिए बेबी बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट करा रही हैं. यह बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट का ही एक हिस्‍सा है. अमेरिका और ब्रिटेन में खासतौर पर इस ट्रीटमेंट की मांग बढ़ रही है.
बेबी बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट क्‍या है, यह कितना जरूरी है और इसके फायदे-नुकसान क्‍या हैं, जानिए इन सवालों के जवाब…
क्‍या है बेबी बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट?
चेहरे के जिस हिस्‍से में झुर्रियां हैं उस हिस्‍से में बॉटुलिनम इंजेक्‍शन के डोज दिए जाते हैं. यह डोज इंजेक्‍शन के जरिए दिए जाते हैं. इंजेक्‍शन को स्‍किन की खास एक लेयर में लगाया जाता है. इससे चेहरे की उन मांसपेशियों को आराम मिलता है जिनके सिकुड़ने से झु‍र्रियां बढ़ रही थीं. इस तरह चेहरे की झुर्रियां काफी हद तक कम हो जाती हैं. इस पूरी प्रॉसेस को बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट कहते हैं.
20 से 25 साल की उम्र में चेहरे पर झुर्रियां न के बराबर ही रहती हैं. ऐसे में कोई इंसान यह ट्रीटमेंट कराता है तो बॉटुलिनम इंजेक्‍शन के लो डोज दिए जाते हैं. इसे ही बेबी बोटॉक्‍स कहते हैं. सामान्‍य बोटॉक्‍स के मुकाबले इस ट्रीटमेंट में खर्च कम आता है.
इस ट्रीटमेंट के लिए कौन सी बातेंं है जरूरी?
द हेल्‍थलाइन की रिपोर्ट कहती है, अगर कोई बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट लेना चाहता है तो कुछ बातों का ध्‍यान रखना जरूरी है. जैसे- मरीज को हाई ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या नहीं होनी चाहिए, हेपेटाइट‍िस या दूसरे ब्‍लीडिंग से जुड़ी बीमारियां नहीं होनी चाहिए. अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो ट्रीटमेंट से पहले डॉक्‍टर को जरूर बताएं.
ट्रीटमेंट के बाद कुछ महीनों तक डॉक्‍टर मरीज को चेकअप के लिए बुलाते हैं. इस दौरान यह जांच की जाती है कि ट्रीटमेंट का असर कितना दिख रहा है, कोई साइड इफेक्‍ट तो नहीं है या इसके कारण मरीज को कोई दूसरी दिक्‍कत तो नहीं शुरू हुई. इसलिए ट्रीटमेंट के बाद समय-समय पर चेकअप के लिए जरूर जाएं.
किन हिस्‍सों का कराते हैं ट्रीटमेंट और साइड इफेक्‍ट का खतरा कितना है?
बेबी बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट आमतौर पर होंठ को भरा हुआ दिखाने के लिए, माथे पर दिखने वाली लकीरों को छिपाने, गर्दन, जबड़े और आंखों के आसपास की महीने लाइंस को हटाने के लिए कराया जाता है.
बेबी बोटॉक्‍स ट्रीटमेंट के अपने कुछ नुकसान भी हैं. इसे समझना भी जरूरी है. विशेषज्ञ कहते हैं, यह ट्रीटमेंट हमेशा किसी अनुभवी एक्‍सपर्ट से ही कराएं, वरना साइड इफेक्‍ट का खतरा बढ़ता है. ट्रीटमेंट में गड़बड़ी होने या जरूरी सावधानी न बरतने पर कुछ साइड इफेक्‍ट दिख सकते हैं. जैसे- जिस जगह पर इंजेक्‍शन लगा है वहां पर सूजना आ जाना, सिरदर्द रहना, मुंह का सूखना, ट्रीटमेंट का गलत असर दिखना.
साइड इफेक्‍ट की गंभीर स्थि‍त‍ि में एलर्जी, गर्दन में दर्द, थकान, उल्‍टी भी हो सकती है. इस ट्रीटमेंट में कितना खर्च आएगा यह झुर्रियों की स्थि‍ति‍ और उम्र के आधार पर तय होता है.
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