बच्चों में थायरॉइड के क्या है लक्षण
बच्चों में थायरॉइड समस्या उन्हें उनके शारीरिक और मानसिक विकास में रुकावट डालती है
इन दिनों हर कोई अपने कामकाज के चलते काफी बिजी रहता है। लोग रोज की भागदौड़ की वजह से कई बार अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। लोगों की इसी लापरवाही के चलते वह कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। खराब लाइफस्टाइल की वजह से इन दिनों बीपी, डायबिटीज समेत कई समस्याएं बेहद आम हो चुकी हैं। लगभग हर कोई आजकल किसी ना किसी समस्या से परेशान रहता है। थायरॉइड भी ऐसी ही एक समस्या है, जिसकी चपेट में इन दिनों न सिर्फ बड़े, बल्कि बच्चे भी आ रहे हैं। शरीर के थायरॉइड हार्मोन बेहद जरूरी होता है। गले में मौजूद थायरॉइड ग्लैंड से यह हार्मोन निर्मित होता है।
यह हार्मोन हमारे बॉडी वेट से लेकर मूड तक सभी चीजों को मैनेज करता है। लेकिन शरीर में जरूरत से ज्यादा इस हार्मोन का प्रोडक्शन होने से थायरॉइड की बीमारी हो सकती है, जो दिल से लेकर दिमाग तक सभी पर बुरा असर डालती है। थायरॉइड के बढ़ते मामलों को देखते हुए जनवरी को थायरॉइड अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है। इन दिनों बच्चों में यह समस्या बेहद आम बन चुकी है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों में इसकी पहचान कर उनकी उचित इलाज कराया जाए।
बच्चों में थायरॉइड के कारण
बच्चों में थायरॉइड समस्या उन्हें उनके शारीरिक और मानसिक विकास में रुकावट डालती है। इतना ही नहीं इसकी वजह से बच्चे कई अन्य समस्याओं का भी शिकार हो जाते हैं। बच्चों में थायरॉइड होने के कई सारे कारण हो सकते हैं। इनमें से प्रमुख कारण निम्न हैं-
बच्चों में थायरॉइड की परेशानी जैनेटिक भी हो सकती है।
समय से पहले पैदा होने पर भी बच्चे इस समस्या का शिकार हो सकते हैं।
गर्भ में सही तरह से पोषण न मिल पाने पर थायरॉइड की समस्या हो सकती है।
शरीर में आयोडिन की कमी भी थायरॉइड का कारण बन सकती है।
हाशिमोटो थायरोडिटिस और ग्रेव्स जैसी ऑटोइम्यून बीमारियां भी थायरॉइड का कारण बनती हैं।
बच्चों में थायरॉइड के लक्षण
बच्चों में कई कारणों से यह बीमारी जन्म ले सकती है। लेकिन सही समय से अगर इस बीमारी का पता लगा लिया जाए, तो इसे गंभीर रूप लेने से रोका जा सकता है। बच्चों में थायरॉइड के कुछ ऐसे लक्षण नजर आते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना आपके लिए भारी पड़ सकता है। आप इन लक्षणों की मदद से बच्चों में थायरॉइड की पहचान कर सकते हैं।
मोटापे की समस्या
त्वचा का सूखा और बेजान होना
थायराइड ग्लैंड का साइज बढ़ना
जल्दी थकना और जल्दी बीमार होना
हड्डियां, बाल और दांतों का कमजोर होना
कब्ज,अपच जैसी पेट की समस्याएं रहना
आंखों में सूजन और सांस लेने में तकलीफ
बच्चों की फिजिकल और मैंटल ग्रोथ धीमी हो जाना