मां-बेटी के रिश्ते को बनाना चाहती है दोस्त जैसा, इन सवालों से बढ़ेगी बॉन्डिंग
मां-बेटी के रिश्ते को बनाना चाहती है दोस्त
दुनिया के सबसे बेहतरीन अनुभव में से एक हैं जब आप मां बनती हैं। जिस बच्चे को नौ महीने पेट में पाला उसे अपने हाथों में लेना एक अजीब सा अहसास होता हैं। उसके बाद बच्चे की परवरिश का जिम्मा भी बहुत अहम होता हैं, खासतौर से एक मां का अपनी बेटी से रिश्ता। जी हां, हर मां को अपनी बेटी से दोस्तों जैसा रिश्ता विकसित करने की जरूरत हैं ताकि वे बिना किसी संकोच, शर्म और डर के अपनी बात कह सकें। अगर आपकी बेटी भी टीनएज में है और वह स्कूल-कॉलेज जा रही है तो आप कुछ सवालों की मदद से भी अपनी बेटी से बॉन्डिंग को बेहतर बना सकते हैं। इन सवालों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिनसे आप बेटी के मन का हाल अच्छे से समझ पाएगी। आइये जानते हैं इन सवालों के बारे में...
जानें कैसा रहा दिन?
स्कूल से लौटने के बाद आप थोड़ा समय उनके साथ लें और उनसे पूछें कि उनका दिन कैसा रहा। उनसे कोई ऐसी तीन चीज़ पूछे जो बहुत अच्छी रही हों और तीन चीज़ ऐसी जो अच्छी नहीं थी। इससे वो खुद को एक्सप्रेस करना सीख पाएंगी।
फिजिकल एक्टीविटी कैसी रही?
स्कूल में अलग अलग दिन अलग अलग फिजिकल एक्टीविटी होती है ताकि बच्चे शारीरिक रूप से फिट रहें। ऐसे में आप बेटी से उस दिन की फिजिकल एक्टीविटी के बारे में सवाल कर सकती हैं। उनसे पूछे कि क्या उन्हें वह एक्टीविटी अच्छी लगी या नहीं।
आज क्या नया सीखा?
बच्चे हर दिन नए तरीके से जीते हैं और हर दिन कुछ नया सीखते हैं। ऐसे में आप उनसे जान सकते हैं कि आज आपने ऐसा क्या किया जिसमें पहले कम बेहतर थे। इसके साथ ही आप यह भी जानकारी ले सकते हैं कि आज क्या नया सीखा।
शैतानी की या नहीं?
बच्चे हैं तो शैतानी करेंगी ही। भला और कौन करेगा, लेकिन इससे पहले टीचर से आपके पास शिकायत आए, आपको इसकी खबर होनी चाहिए। इसीलिए उनसे पूछें कि क्या उन्होंने आज किसी को तंग किया या फिर घर आते वक्त बस में किसी से झगड़ा तो नहीं किया?
कोई अच्छा काम किया?
आपको अपनी बच्ची को इनकरेज भी करना चाहिए ताकि वह जीवन में आगे बढ़ती रहे। जब वह स्कूल से आए तो आपको उससे पूछना चाहिए कि आज दिन में उसने कौन सा साहसी या अच्छा काम किया। बच्ची के जवाब को ध्यान से सुनें।
हर दिन का नया सबक?
उनसे पूछें कि आज उन्होंने क्या नई चीजें सीखीं और उनसे कोई तीन चीजें बताने को कहें। यह कोई एक नया शब्द भी हो सकता है, या कोई एक सबक या फिर अपने बारे में ही कोई नई क्वालिटी। इससे आपको पता चलेगा कि वो हर रोज़ कुछ सीख रहे हैं, साथ ही आपको स्कूल के शेड्यूल के बारे में एक आइडिया भी मिल जाएगा।