आंखों की झुर्रियों को चाहते हैं छुपाना, ये मेकअप टिप्स बनाएंगे आपका काम
आंखों की झुर्रियों को चाहते हैं छुपाना,
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती चली जाती हैं इसका असर आपकी त्वचा पर दिखना शुरू हो जाता हैं। खासतौर से आंखों के आसपास झुर्रियां आने लगती हैं। कई लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई हैं कि कम उम्र में भी झुर्रियां दिखने लगती हैं। जब हम हंसते हैं तो आंखों के आसपास त्वचा सिकुड़ना शुरू हो जाती है। ऐसे में चेहरे का आकर्षण कम हो जाता हैं और आप समय से पहले बूढ़े दिखने लगते हैं। इसके लिए वैसे तो कुदरती तरीकों को अपनाया जाना चाहिए, लेकिन त्वरित असर के लिए आप मेकअप की मदद ले सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे मेकअप टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आंखों की झुर्रियों को छुपाने में आपकी मदद करेंगे। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
सिलिकॉन प्राइमर का करें उपयोग
मेकअप शुरू करने से पहले हम अपने चेहरे को मॉइस्चराइस करते हैं। फिर फाउंडेशन लगाते है, अगर हम फाउंडेशन लगाने के पहले सिलिकॉन प्राइमर का इस्तेमाल करें तो हमारी झुर्रियां कम दिखेंगी। सिलिकॉन प्राइमर हमारी त्वचा के दरारों को भर देता है जिससे कि झुर्रियां कम दिखाई देती हैं।
आई लिड को रखें साफ़
हमेशा आँखों पर मेकअप करते समय अपनी आइलिड को साफ़ रखें। यह साफ़ रहेगी, तो वहां पर त्वचा से निकलने वाला तेल जमा नहीं हो पायेगा। मेकअप के समय आँखों पर आयल न निकले, इसके लिए इन्होने गार्नियर स्किनएक्टिव माइक्रेलर क्लींजिंग वॉटर का प्रयोग किया है। एक क्यू टिप की सहायता से इसे अच्छे से आँखों पर लगाए। इसको लगाने से आँखों के ऊपर जमी सारी गंदगी साफ़ हो जाती है।
कैसा लगाएं फाउंडेशन?
सबसे पहले तो चेहरे के लिए एक बेस या फाउंडेशन की जरूरत होगी। चूंकि चेहरे पर झुर्रियां हैं तो इसके लिए अलग तरह का फाउंडेशन चाहिए। रिंकल्ड स्किन के लिए ऐसे फाउंडेशन लें जिनमें कॉलेजन को बढ़ावा देने वाले तत्व जैसे कि रैटिनॉल, ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और पेप्टाइटड्स हों। फाउंडेशन ऐसा हो जिसमें मॉइश्चराइजर पर्याप्त मात्रा में हो। इससे यह होगा कि मेकअप के बाद भी स्किन ग्लोइंग लगेगी। ऐसे फाउंडेशन चुनें जिनमें सैलिसिलिक ऐसिड न हो क्योंकि इससे स्किन ड्राई हो जाती है।
प्राइमर आपकी स्किन को स्मूथ बनाने में मदद करता है और चेहरे के फ्लॉ पर एक लेयर बनाता है, ताकि मेकअप अच्छे से सेट हो। इसी तरह आंखों के लिए अलग प्राइमर आता है और इसे आंखों पर लगाने से यह आपकी फाइन लाइन्स और झुर्रियों को छिपाने में मदद करता है। कॉइन साइज प्राइमर लेकर इसे अपनी आंखों के ऊपर और आसपास लगाकर ब्लेंड करें और फिर आगे का मेकअप करें।
हाई लाइटिंग एंड आईशैडो
आई मेकअप शुरू करने से पहले हमेशा स्मूथ और मीनरिलाइज्ड प्राइमर का प्रयोग करें। आइब्रो के नीचे का हिस्सा जिसे हाई लाइटिंग एरिया या बॉन एरिया कहते हैं। ज्यादातर झुर्रियों वाली आंखों में यह एरिया थोड़ा झुका हुआ होता है। इसलिए कभी भी ऐसी आंखों पर मेकअप करते वक्त शिमर हाइलाइटर यूज ना करें। आइज की क्रॉस लाइन जहां पर ज्यादातर फाइन लाइंस होती हैं वहां पर हमेशा डार्क कलर का ही प्रयोग करना चाहिए। जैसे कि ब्राउन, ग्रे, और वाइन कलर इत्यादि। ऐसी आंखों को कभी भी आईलीड से बाहर आई मेकअप ना करें। अगर आंखों को हल्का उभार देना हो तो हम आंखों के बीच में लाइट ग्रे या बेज कलर के आईशैडो का प्रयोग कर सकते हैं।
सेटिंग पाउडर का इस्तेमाल
जब आप मॉइश्चराइज, आई क्रीम और प्राइमर लगा लें तो उसके बाद अपनी आंखों पर सेटिंग पाउडर से सेट करें। ध्यान रखें कि आई लिड पर और फाइन लाइन्स और झुर्रियों पर सेटिंग पाउडर की एक थिन लेयर लगाकर अच्छी तरह से ब्लेंड करें। कुछ भी लगाने बाद ब्लेंड करना एक महत्वपूर्ण स्टेप है। अगर यह सही से नहीं होगा तो लाइन्स में प्रोडक्ट जमने से झुर्रियां ज्यादा नजर आएंगी।
न्यूड आई पेंसिल का करें प्रयोग
अब अपनी आँखों पर काजल का प्रयोग न करते हुए, आँखों में नीचे की तरफ जो वाटर लाइन होती हैं, वह पर न्यूड आई पेन्सिल से आधे भाग तक काजल की तरह लगाए। इस तरह मेकअप करने से आपकी आँखों की झुर्रियां नजर नहीं आएगी।