माइग्रेन के दर्द से राहत के लिए करें आलू का इस्तेमाल

खराब दिनचर्या और तनाव के चलते माइग्रेन एक आम समस्या हो गई है।

Update: 2021-09-03 02:04 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क|खराब दिनचर्या और तनाव के चलते माइग्रेन एक आम समस्या हो गई है। इस बीमारी में व्यक्ति के सिर में तेज दर्द होता है। यह दर्द कई घंटों तक रहता है। इसके चलते पीड़ित को उल्टी, चक्कर, थकान और मितली की शिकायत होती है। तंत्रिका तंत्र में विकार के कारण यह दर्द होता है। बोलचाल की भाषा में माइग्रेन को अधकपारी भी कहते हैं। माइग्रेन एक आनुवांशिकी रोग भी है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है। विशेषज्ञों की मानें तो माइग्रेन ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और तनाव के कारण भी होता है। साथ ही प्राकृतिक बदलाव या हार्मोन असंतुलन भी इसके कारण हो सकते हैं। कुछ असंतुलित पदार्थ जैसे बीयर, रेड वाइन, चॉकलेट, पनीर और कैफीन के अत्यधिक सेवन से भी माइग्रेन का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप भी माइग्रेन की समस्या से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो आलू के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं

आलू के रस के फायदे

माइग्रेन के दर्द से निजात के लिए बाजार में कई प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं। हालांकि, माइग्रेन की समस्या को घरेलू उपाय के जरिए भी ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आप आलू का उपयोग कर सकते हैं। आलू का रस सिरदर्द की समस्या को दूर करने में काफी कारगर सिद्ध होता है।

-सिरदर्द में आराम के लिए आलू के रस को एक साफ पट्टी में डुबाकर अपने सिर पर रखें। इससे माइग्रेन में बहुत जल्द आराम मिलता है।

-इसके अलावा, आलू की पतली चिप्स काटकर एक साफ कपड़े में खीरा और नींबू के टूकड़ों को बांधकर सिर पर रखने से दर्द में आराम मिलता है।

-इसी तरह आलू के छिलकों को भी प्रयोग में लाकर सिरदर्द में आराम पा सकते हैं। आलू के रस से सेवन से भी माइग्रेन में फायदा मिलता है। आप अपनी सुविधानुसार आलू के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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