ब्लूबेरी की जगह आंवले का करें इस्तेमाल
ब्लूबेरी अपने हाई विटामिन सी के लिए जाना जाता है,
सुपरफ़ूड्स के नाम पर विदेशी चीज़ों ही ज्यादा पॉपुलर हैं। वजन घटाने की बात हो या फिर फिट रहने की, लोग किनुआ, कीवी, ड्रैगन फ्रूट जैसे ऑप्शन्स को अपनी डाइट में जरूर जगह देते हैं। जो मंहगे तो होते ही हैं साथ ही आसानी से अवेलेबल भी नहीं होते। लेकिन क्या आप जानते हैं हमारे देसी खाने में भी ऐसी कई चीज़ें हैं जिनमें मौजूद न्यूट्रिशन उन्हें सुपरफूड की कैटेगरी में रखते हैं। सबसे अच्छी बात कि ये आसानी से अवेलेबल हो जाते हैं और जेब पर भारी भी नहीं पड़ते।
ब्लूबेरी की जगह आंवले का करें इस्तेमाल
ब्लूबेरी अपने हाई विटामिन सी के लिए जाना जाता है, लेकिन आंवले में इससे लगभग 20 गुना ज्यादा विटामिन सी होता है। आंवला स्किन से लेकर बालों के लिए तो अच्छा है ही साथ ही यह इम्यूनिटी को भी स्ट्रॉन्ग बनाता है। इसके अलावा अलावा आंवले के सेवन से बढ़ती उम्र के असर को कम किया जा सकता है और तो और वजन घटाने में भी मददगार है। आंवला मौसमी फल है। तो इसे आप कच्चा खा सकते हैं, सलाद में मिला सकते हैं या फिर अचार, मुरब्बे के रूप में भी खा सकते हैं।
जापानी माचा की जगह मोरिंगा
जापानी माचा चाय के बारें में आजकल लोग बहुत बातें कर रहे हैं कि इसमें मौजूद गुण आपको लंबे समय तक हेल्दी रखने का काम करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं न्यूट्रिशन के मामले में मोरिंगा (सहजन) ज्यादा बेहतर है। इसमें 10 गुना ज्यादा फ़ाइबर, 30 गुना ज्यादा प्रोटीन और 100 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है। यह एंटीऑक्सिडेंट का एक बेहतरीन स्रोत है। जो हार्ट प्रॉब्लम्स की संभावनाओं को कम करता है, इम्युनिटी बढ़ाता है, मूड सुधारता है और वजन घटाने में फायदेमंद है।
किनुआ की जगह काबुली चना
फिटनेस फ्रीक के मुंह से किनुआ की तारीफ तो आपने बहुत सुनी होगी। पुलाव, खिचड़ी, सलाद और न जाने किन-किन तरीकों से लोग खुद को फिट एंड फाइन रखने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं लेकिन किनुआ जितना ही हेल्दी है काबुली चना। काबुली चना ग्लूटन-फ्री होता है और प्लांट-बेस प्रोटीन और फ़ाइबरयुक्त ‘गुड’ कार्बोहाइड्रेट लिए होता है। आधा कप पके हुए किनुआ में जहां लगभग 20 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.5 ग्राम फ़ाइबर और 4 ग्राम प्रोटीन होता है, वहीं आधा कप काबुली चने में 17 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 5 ग्राम फ़ाइबर और 5 ग्राम प्रोटीन होता है।