आयुर्वेद का महत्वपूर्ण खजाना हैं त्रिफला चूर्ण, जानें किस तरह मिलेगा आपको फायदा

आयुर्वेद का महत्वपूर्ण खजाना

Update: 2023-06-14 12:26 GMT
आयुर्वेद में ऐसी कई चीजें बताई गई हैं जिनके सेवन से सेहत से जुड़ी कई परेशानियों को दूर किया जा सकता हैं। आयुर्वेद के ऐसे ही खजाने में से एक हैं त्रिफला चूर्ण जो तीन फलों आंवला, हरीतकी या हरड़ और बिभीतकी या बहेड़ा से मिलकर बनाया जाता है। आयुर्वेदिक औषधियों की बात जहां होती है वहां पर त्रिफला का नाम जरूर आता है। सालों से ही स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए त्रिफला चूर्ण के सेवन को फायदेमंद माना गया है। चरक संहिता में भी त्रिफला के स्वा स्य््य वर्द्धक फायदों के बारे में उल्ले ख किया गया है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह त्रिफला चूर्ण आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करेगा। आइये जानते हैं इसके बारे में...
कब्ज दूर करें
त्रिफला का चूर्ण का सेवन करने से कब्ज को दूर करने में मदद मिलती है। लाइफस्टाइल में कमी और कई बार गलत खानपान की वजह से आजकल कब्ज की परेशानी कई लोगों में हो जाती है। ऐसे में त्रिफला का चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से कब्ज की समस्या आसानी से दूर होती है।
रखें दाँतों को मजबूत
त्रिफला आपको दांतों की समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें एंटी-इन्फ्लेमेट्री और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। तो आप इससे दांतो पर मेंल आना, दांतो में कीड़े लगना, मसूड़ों की सूजन, और मसूड़े से खून आने जैसी समस्याओं से बच सकते हैं। त्रिफला को रात भर पानी में भिगोकर रखें। सुबह मंजन के बाद इस पानी को मुँह में कुछ देर तक भरकर रखें। थोड़ी देर बाद निकाल दें। इससे दाँत और मसूड़े बुढ़ापे तक मजबूत रहते है। इससे मुँह की दुर्गंध और छाले भी बिल्कुल ठीक हो जाते हैं।
आंखों के लिए फायदेमंद
आंखों के लिए त्रिफला के कई लाभकारी प्रभाव है। यह ग्लूकोमा और मोतियाबिंद की बिमारियों के लक्षणों को कम करता है। कमजोर दृष्टि में सुधार पाने के लिए त्रिफला का उपचार बेहतर माना गया है। यह कमजोर दृष्टि में सुधार कर दृष्टि को तेज बनाता है। त्रिफला घृत नामक आयुर्वेदिक दवा आंखों की सबसे अच्छी दवाओं में से एक मानी जाती है।
मोटापा कम करने में सहायक
अगर आप बढ़ते वजन और मोटापे से से परेशान हैं और इससे जल्दी निजात पाना चाहते हैं तो त्रिफला आपके लिए एक कारगर औषधि हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला में ऐसे गुण हैं जो पाचन शक्ति बढ़ाने और वजन घटाने में सहायक है। इसलिए नियमित रूप से त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।
सूजन से लड़ने में है लाभकारी
एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर त्रिफला शरीर की सूजन कम करने में मदद करता है। साथ ही इसमें विटामिन सी, पोलीफेनोल, टैनिन और सपोनिन जैसे सक्रिय यौगिक भी होते हैं, जो शरीर में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। जिससे शरीर में सूजन और कई गंभीर रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
ब्लड प्रेशर को रखे सामान्य
त्रिफला का सेवन किया जाये तो सूजन को कम करने में मदद मिलती है, यानि नमक के संपर्क में रहने वाली ब्लड वेसल्स ज्यादातर सीकुड़ जाती है। इसकी वजह से खून का बहाव तेज हो जाता है। इसमें त्रिफला का सेवन सूजन कम करता है और ब्लड प्रेशर सामान्य बनाए रखता है।
कैंसर के जोखिम को करे कम
सुबह खाली पेट त्रिफला का सेवन करने से कैंसर जैसे गंभीर रोगों से बचाव और उनके विकास के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स गुणों से भरपूर होता है, यह शरीर में फ्री-रेडिकल्स को बेअसर करता है, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास में योगदान देते हैं। अध्ययन में भी त्रिफला के कैंसर रोधी गुणों की पुष्टि की गई है।
त्रिफला का चूर्ण सेवन करने से स्किन की कई समस्याएं आसानी से दूर होती हैं। त्रिफला में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी स्किन को हेल्दी रखने में मदद करती हैं। त्रिफला चूर्ण के नियमित सेवन से पिंपल्स, फाइन लाइंस और झाइयों की समस्या आसानी से दूर होती हैं।
बालों का झड़ना रोकता है
आजकल अधिकांश लोग बाल झड़ने की समस्या से परेशान रहते हैं और रोज बालों को झड़ने से रोकने के नए तरीके आजमाते रहते हैं। लेकिन अगर आप आयुर्वेद की मदद लें तो बाल झड़ने की समस्या से निजात पा सकते हैं। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार त्रिफला चूर्ण के सेवन से बालों का गिरना काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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