ट्रीटमेंट्स, जो देंगे शादी के दिन आपको ताज़गीभरा निखार

Update: 2023-05-09 14:04 GMT
शादियों का सीज़न बस शुरू होने को ही है. यदि आपकी शादी है तो ज़ाहिर है आप अपनी शादी के दिन सबसे ख़ूबसूरत दिखने के लिए अभी से तैयारी में लग गई होंगी. आपकी तैयारियों को पुख़्ता बनाने के लिए डॉ नेहा मित्तल, कॉस्मेटिक फ़िज़िशियन, डर्मावर्ल्ड स्किन ऐंड हेयर क्लीनिक, नई दिल्ली बता रही हैं आप किन ट्रीटमेंट्स की मदद से पा सकती हैं शादी के दिन ताज़गीभरा निखार. साथ ही आपको अपनी ख़ूबसूरती मेंटेन रखने के लिए किन ग़लतियों से बचना चाहिए.
ट्रीटमेंट्स, जो आपको देंगे नया निखार
यदि आप अपनी शादी के दिन सबके आकर्षण का केंद्र बनना चाहती हैं तो इन ट्रीटमेंट्स को अपना सकती है. आइए, कुछ प्री ब्राइडल मेकअप ट्रीटमेंट्स की जानकारी लेते हैं.
हाइड्राफ़ेशियल
हाइड्राफ़ेशिअल कई प्रक्रियाओं का मिल-जुला स्वरूप है. जैसे-बेसिक क्लीनिंग, एक्सफ़ोलिएशन, ऐंटी-ऑक्सिडेशन, एक्सट्रैक्शन, हाइड्रेशन आदि. यह ट्रीटमेंट त्वचा को माइस्चराइज़ करता है और उसे नई दमक प्रदान करता है. इसे मुख्य रूप से चेहरे के डार्क स्पॉट्स, बारीक़ रेखाओं, झुर्रियों, रोमछिद्रों के अवरोधों, बढ़े हुए पोर्स को दुरुस्त करने के लिए आज़माया जाता है. इसके अलावा ऑयली स्किन, ऐक्ने और हाइपर पिग्मेंटेशन में भी यह काफ़ी कारगर है. हाइड्राफ़ेशियल में स्पाइरल सक्शन टिप्स की मदद से गंदगी को साफ़ किया जाता है.
पीलिंग
पीलिंग द्वारा त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाया जाता है. इससे त्वचा की सारी गंदगी साफ़ हो जाती है. इससे न केवल त्वचा में नया निखार आता है, बल्कि आप अंदर से तरोताज़ा महसूस करती हैं. केमिकल पील्स में एसिड सोल्यूशन जैसे अल्फ़ा हाइड्रॉक्सी एसिड, ट्रायक्लोरोएसिटिक एसिड या फ़िनॉल का इस्तेमाल किया जाता है. इससे त्वचा का टेक्स्चर स्मूद होता है, झुर्रियां कम होती हैं, पिग्मेंटेशन हटता है. इसके अलावा केमिकल पील्स से दाग़-धब्बे हटाने में भी मदद मिलती है.
स्किन ब्राइटनिंग
लाइटनिंग और फ़ेडिंग इन दो प्रक्रियाओं को स्किन ब्राइटनिंग कहा जाता है. इस प्रक्रिया से स्किन टोन को लाइट किया जा सकता है.
लेज़र हेयर रिडक्शन
शरीर के अनचाहे बालों से छुटकारा तो वैसे हर लड़की चाहती है, पर जब बात शादी की हो तो आप इससे जल्द से जल्द निजात पाना चाहती हैं. इसमें लेज़र हेयर रिडक्शन से आपको मदद मिल सकती है. हां, इसके लिए आपको यह बात याद रखनी चाहिए कि ट्रीटमेंट कम से कम 6 महीने पहले शुरू हो जाए.
डर्मल फ़िलर्स
अगर आपके चेहरे पर वॉल्यूम की कमी है यानी त्वचा लटकी हुई है तो डर्मल फ़िलर्स से काम बन जाएगा. चेहरे के उभारों पर वॉल्यूम की कमी फ़िलर्स से पूरी की जा सकती है. इतना ही नहीं आंखों के नीचे के काले घेरों को कम करने में भी यह कारगर है.
बोटॉक्स
आइब्रोज़ को लिफ़्ट करने और जॉलाइन को दुरुस्त करने के लिए बोटॉक्स का इस्तेमाल किया जाता है. यदि आपके चेहरे पर झुर्रियां हैं, तो उन्हें ठीक करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
अंडर आई ट्रीटमेंट
आंखों के नीचे काले घेरे होने से आंखें थकी और बुझी हुई लगती हैं. हालांकि आंखों के नीचे के काले घेरे ठीक करने के कई घरेलू तरीक़े हैं, लेकिन यदि इन घरेलू तरीक़ों से फ़ायदा न पहुंचे तो किसी अच्छे डर्मैटोलॉजिस्ट की देखरेख में अंडर आई ट्रीटमेंट करवा सकती हैं.
कुछ दूसरे ट्रीटमेंट्स
डबल चिन की समस्या काफ़ी आम है. जिन लोगों का वज़न अधिक होता है, उन्हें डबल चिन की समस्या कुछ ज़्यादा ही परेशान करती है. डबल चिन देखने में काफ़ी भद्दाम लगता है. डबल चिन रेक्टिफ़िकेशन से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. इसके नॉन-सर्जिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं. होंठों की ख़ूबसूरती को बढ़ाने के लिए इन दिनों लिप ऑग्मेंटेशन का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा होनेवाली दुल्हन दमकती त्वचा पाने के लिए फ़ुल बॉडी वाइनिंग और ब्राइटनिंग, पॉलिशिंग, पीलिंग जैसे कई ट्रीटमेंट्स कराती हैं.
सबसे ज़रूरी बात
यदि आप अपनी शादी के दिन दमकती हुई लगना चाहती हैं तो इन ट्रीटमेंट्स के साथ-साथ नियमित क्लेंज़िंग और मॉइस्चराइज़िंग करना न भूलें.
बचें इन ग़लतियों से
* झटपट ख़ूबसूरत दिखने के चक्कर में ज़्यादातर भावी दुल्हनें सलून फ़ेशियल्स ट्राय करती हैं. आमतौर पर इससे त्वचा को नुक़सान पहुंचता है और स्किन पर रैशेज़ या छोटे-छोटे दाने भी निकल आते हैं. एक हालिया अध्ययन के मुताबिक़ सलून फ़ेशियल के 7 से 21 दिनों बाद लगभग 47% लड़कियों को ऐक्ने की समस्या हो जाती है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि इस दौरान अलग-अलग प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल किए जाते हैं. इसलिए यदि आपको सलून फ़ेशियल्स ट्राय करना हो तो कम से कम एक महीना पहले करें.
* वैक्सिंग को शादी के दिन के ठीक पहले न कराएं, क्योंकि कई बार इससे त्वचा में जलन की समस्या हो जाती है और त्वचा लाल हो जाती है. बेहतर यह होगा कि शादी के कम से कम 6 दिन पहले वैक्सिंग कराएं, ताकि कुछ ग़लत होने पर रिकवरी टाइम मिल सके.
* वैसे तो साफ़ और बेदाग़ त्वचा पाने के लिए इन दिनों केमिकल पीलिंग का इस्तेमाल करना बेहद आम हो गया है, लेकिन भावी दुल्हनों को शादी के दिन से ठीक पहले इस तरह के ट्रीटमेंट से बचना चाहिए. पीलिंग सेशन्स की शुरुआत शादी के 3 से 5 महीने पहले करनी चा‌हिए. इससे त्वचा को अपनी चमक पाने में मदद मिलती है. वैसे दुल्हनों को शादी के पहले मीडियम और डीप पीलिंग की सलाह नहीं दी जाती. यदि आप कोई ट्रीटमेंट लेना भी चाहें तो डर्मैटोलॉजिस्ट की सलाह के बिना न लें.
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