आज है नेशनल वैक्सीनेशन डे, सोशल मीडिया पर लोगों को बताया जा रहा वैक्सीन का महत्व

नेशनल वैक्सीनेशन डे का इतिहास

Update: 2021-03-16 09:41 GMT

आज पूरे भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस यानी नेशनल वैक्सीनेशन डे मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पहली बार 16 मार्च, 1995 को मनाया गया था. दरअसल इस दिन, भारत में साल 1995 में पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी. इसी दिन से भारत से पोलियो को जड़ खत्म करने का अभियान शुरू किया गया था. नेशनल वैक्सीनेशन डे मनाने का मुख्य उद्देश्य सभी लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करना है.

कोरोना महामारी के दौर ने वैक्सीन की अहमियत के बारे में हम लोगों को और ज्यादा अच्छे से समझा दिया. यही वजह है कि किसी भी बीमारी का तोड़ ढूंढने के लिए वैक्सीन बनाना ही वैज्ञानिकों की पहली प्राथमिकता होती है. नेशनल वैक्सीनेशन डे के मौके पर लोग एक-दूसरे को वैक्सीन कैम्पेन के बारे में जागरूक करने में लगे हैं. नतीजतन सोशल मीडिया पर लोग जमकर नेशनल वैक्सीनेशन डे से जुड़े ट्वीट कर रहे हैं.
यहां देखिए लोगों के रिएक्शन


लोगों ने भी समझाई वैक्सीन की अहमियत


कोरोना महामारी के दौर में बढ़ी वैक्सीन की जरूरत


वैक्सीनेशन डे का मकसद सभी उम्र के लोगों को बीमारी से बचाने के लिए टीकों के उपयोग को बढ़ावा देना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल वैक्सीनेशन प्रोग्राम की मदद से 20-30 लाख लोगों की जान बचाई जाती है. इसके बावजूद आज भी दुनिया में लगभग 2 करोड़ बच्चे ऐसे हैं, जो टीकाकरण से वंचित हैं. ऐसे में हम सभी को वैक्सीनेशन को बढ़ावा देना चाहिए.
नेशनल वैक्सीनेशन डे का इतिहास


भारत में नेशनल वैक्सीनेशन डे पहली बार 16 मार्च, 1995 को मनाया गया था. इस दिन भारत में मुंह के जरिए पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी. पोलियो को खत्म करने के लिए सरकार ने पल्स पोलियो अभियान शुरू किया था. इस अभियान के तहत, 5 वर्ष की आयु से कम आयु के सभी बच्चों को पोलियो वैक्सीन की 2 बूंदें दी गई थीं. जिसका असर ये हुआ कि साल 2014 में, भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया गया था.


Tags:    

Similar News

-->