मधुमेह के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए प्रतिदिन पिएं जामुन के पत्तों की चाय
आयुर्वेद में जामुन को औषधि माना जाता है। अंग्रेजी में इसे ब्लैकबेरी कहा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| आयुर्वेद में जामुन को औषधि माना जाता है। अंग्रेजी में इसे ब्लैकबेरी कहा जाता है। इसका स्वाद कसैला और अम्लीय होता है। इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन और विटामिन-ए, बी, सी, पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो एक एक कप जामुन में 20-25 कैलोरी पाई जाती है। वहीं, जामुन की पत्तियां भी सेहत के लिए किसी दवा से कम नहीं होती हैं। खासकर मधुमेह के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि जामुन के बीज और सिरका के सेवन से शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा, जामुन के पत्तों की चाय पीने से भी शुगर कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
जामुन के पत्तों की चाय पिएं
रिसर्च गेट पर छपी एक लेख में जामुन के पत्तों के फायदे को बताया गया है। इस शोध की मानें तो जामुन के पत्तों की चाय पीने से शुगर कंट्रोल में रहता है। जामुन के पत्तियों में एंटी डायबिटिक के गुण पाए जाते हैं। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को रोजाना जामुन के पत्तों की चाय पीनी चाहिए। विषेशज्ञों की मानें तो जामुन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। इसके लिए मधुमेह के मरीजों को समर सीजन में रोजाना जामुन का सेवन करना चाहिए। ग्लाइसेमिक इंडेक्स मापने की वह प्रक्रिया है, जिससे यह पता चलता है कि कार्बोहाइड्रेट से कितने समय में ग्लूकोज़ बनता है।
जामुन के सिरके का सेवन कैसे करें
इसके लिए रोजाना नाश्ते के समय एक चम्मच जामुन के सिरके को आधे गिलास पानी में मिलाकर सेवन करें। इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
जामुन के बीज का सेवन कैसे करें
इसके लिए जामुन के बीज को अच्छी तरह से सूखा लें। इसके बाद जामुन के बीज को पीसकर पाउडर तैयार कर लें। अब रोजाना सुबह में खाली पेट दूध के साथ सेवन करें। इसके सेवन से डायबिटीज में बहुत आराम मिलता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।