फल खाने का ये हैं सही तरीका, जानिए इसके फायदे और नुकसान
क्या आप जानते हैं कि फल एक ऐसी चीज है, जिसमें भरपूर मात्रा में इतने मिनरल्स पाए जाते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| क्या आप जानते हैं कि फल एक ऐसी चीज है, जिसमें भरपूर मात्रा में इतने मिनरल्स पाए जाते हैं, जो सामान्य रूप से इंसान के शरीर के लिए जरूरी हैं. यदि व्यक्ति सिर्फ फल ही खाए तो भी अपने जीवन को आसानी से जी सकता है. एक अकेले फल के जरिए इंसान को पानी, कार्बोहाइड्रेट, फैटी एसिड, अमीनो एसिड से लेकर विटामिन्स तक सब कुछ पर्याप्त मात्रा में मिल सकता है.
इसके अलावा फल बहुत ही आसानी से पच जाता है, क्योंकि उसमें 80 से 90 फीसदी पानी होता है. पोषक तत्वों से भरपूर फल अपने आप में पूरी डाइट का काम करता है, इसलिए उसे खाने का सही तरीका मालूम होना बहुत जरूरी है. क्योंकि अगर आपको फल को खाने का सही तरीका नहीं पता तो ये आपकी सेहत के लिए कई तरह की परेशानियां भी खड़ी कर सकता है. यहां जानिए इससे जुड़ी कई अहम बातें.
ऐसे खाने पर फल करता नुकसान
हम में से ज्यादातर लोग फल खाते समय कुछ सामान्य गलतियां करते हैं कि हम आम या किसी अन्य फल को या तो खाने के बाद खाते हैं, या फिर जब किसी फंक्शन में जाते है तो पहले फ्रूटचाट भरकर खा लेते हैं, उसके उपर से खाना खा लेते हैं. ऐसी स्थिति में फल हमें फायदा करने की बजाय नुकसान कर जाता है और हमें एसिडिटी, पेट फूलना, खट्रटी डकार, गैस जैसी समस्याएं होने लगती हैं. फिर हम सोचते हैं कि खाना हमें नुकसान कर गया.
नुकसान करने की वजह जानें
लेकिन नुकसान खाना नहीं बल्कि फल करता है क्योंकि फल अपने आप में पूर्ण डाइट है. उसे साथ में किसी अन्य चीज की जरूरत नहीं होती. इसके अलावा फल में अपनी नेचुरल शुगर होती है. शुगर किसी भी चीज में किण्वन शुरू कर देती है. इसलिए फल के साथ खाया हुआ खाना या फल खाने के तुरंत बाद खाया हुआ खाना उस फ्रूट में मौजूद शुगर की वजह से सड़ने लगता है और हमें पाचन संबन्धी परेशानियां होने लगती हैं.
ये है फल खाने का सही तरीका
वास्तव में फल खाने का सही तरीका है कि उसे खाने के बाद कम से कम 45 मिनट से लेकर एक घंटे तक कुछ न खाया जाए. इसके अलावा जब भी फ्रूट खाएं तो याद रखें कि आपका पेट खाली होना चाहिए. इससे फल आपको पूरा पोषण देगा और आसानी से पच भी जाएगा. याद रखिए कि फल को कभी भी किसी दूसरी चीज की जरूरत नहीं होती वो खुद मेंं परफेक्ट डाइट है. यही वजह है कि पुरानी सदी में भी ऋषि मुनि सिर्फ फल खाकर अपना जीवन जी लेते थे. इसलिए बिंदास होकर भरपूर फल खाइए, लेकिन सही तरीके से खाइए