प्रेग्‍नेंसी के दौरान परेशान करने वाले इंफेक्‍शन से ऐसे करें बचाव

प्रेग्‍नेंसी के दौरान परेशान

Update: 2023-06-06 11:11 GMT
प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिलाओं को अपने शरीर में कई तरह के बदलाव महसूस होते हैं। इन बदलावों के कारण महिलाओं के शरीर में अनेक प्रकार के इंफेक्‍शन और रोग हो सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि कमजोर इम्‍यून सिस्‍टम, हार्मोन और शरीर में बदलावों के कारण महिलाएं इंफेक्‍शन के प्रति ज्‍यादा सेंसिटिव होती हैं।
यहां तक कि प्रेग्‍नेंसी के दौरान कई गंभीर इंफेक्‍शन हो सकते हैं, जो मां और शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए प्रेग्‍नेंसी के दौरान खतरों, रोगों और इंफेक्‍शन से बचने के उपायों के बारे में जागरूकता होना जरूरी होता है। इसके बारे में हमें मधुकर रेनबो चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट, एमबीबीएस, एमएस ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी डॉक्‍टर साक्षी गोयल बता रही हैं।
प्रेग्‍नेंसी के दौरान होने वाले इंफेक्‍शन
वेजाइनल या यीस्ट इंफेक्‍शन में कैंडिडिआसिस, जीबीएस, यूरिन मार्ग में इंफेक्‍शन (यूटीआई), इन्फ्लुएंजा, मलेरिया और जीका कुछ आम इंफेक्‍शन हैं, जो प्रेग्‍नेंट महिलाओं को हो सकते हैं। इन इंफेक्‍शन के कारण बेचैनी और अन्‍य कई समस्‍याएं हो सकती हैं।
अगर सही समय पर ट्रीटमेंट नहीं कराया जाता है, तो बच्चे को नुकसान हो सकता है। मां बनने वाले महिलाओं के लिए किसी इंफेक्‍शन का जल्दी पता लगाने और ट्रीटमेंट कराने के लिए डिलीवरी के रेगुलर चेकअप कराना चाहिए।
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रिस्‍क और कॉम्प्लिकेशन
प्रेग्‍नेंसी के दौरान होने वाले इंफेक्‍शन के कारण कई तरह के रिस्‍क और कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं। अगर सही समय पर ट्रीटमेंट नहीं किया जाता है, तो यूरिन मार्ग में इंफेक्‍शन (यूटीआई) फैलकर किडनी में इंफेक्‍शन पैदा कर सकता है। इससे समय से पहले डिलीवरी या जन्म के समय शिशु का वजन कम हो सकता है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस और वेजाइना में यीस्ट इंफेक्‍शन के कारण समय से पहले डिलीवरी या फीटल मेंब्रेन फटने की आशंका बढ़ सकती है।
प्रेग्‍नेंसी के दौरान इंफेक्‍शन रोकने के उपाय
प्रेग्‍नेंसी के दौरान इंफेक्‍शन की जल्दी रोकना जरूरी होता है। एक्‍सपर्ट के बताए टिप्‍स प्रेग्‍नेंसी के दौरान होने वाले इंफेक्‍शन और रोगों को कम करने या उन्हें रोकने में मदद मिलती है।
1. हाइजीन का रखें ख्याल
प्रेग्‍नेंट महिलाओं को साबुन और पानी से बार-बार, विशेष रूप से टॉयलेट का इस्‍तेमाल करने के बाद, भोजन करने से पहले और पालतू जानवरों को छूने या डायपर बदलने के बाद अपने हाथों को अच्‍छी तरह से धोना चाहिए।
2. बीमार लोगों से दूर रहें
प्रेग्‍नेंट महिलाओं को संक्रमित, विशेष रूप से फ्लू, चिकनपॉक्स, और हेपेटाइटिस जैसे वायरस फैलाने वाले इंफेक्‍शन से ग्रसित लोगों के साथ संपर्क से बचना चाहिए। उन्हें दूसरे लोगों के कप, बर्तन और तौलिए का इस्‍तेमाल करने से भी परहेज करना चाहिए।
3. वैक्सीनेशन
प्रेग्‍नेंट महिलाओं को खुद को और अपने शिशुओं को फ्लू, रूबेला और हेपेटाइटिस जैसे इंफेक्‍शन से बचाने के लिए वैक्‍सीनेशन लगवाने चाहिए। फ्लू शॉट जैसे वैक्‍सीनेशन प्रेग्‍नेंट महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं और इनसे मां और शिशु, दोनों की सुरक्षा मिलती है।
4. खाने की हेल्‍दी आदतें
प्रेग्‍नेंसी के दौरान हेल्‍दी डाइड जरूरी होती है। प्रेग्‍नेंट महिलाओं को रोजाना विटामिन्‍स और मिनरल्‍स से भरपूर फलों और सब्जियों को खाना चाहिए।
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5. रेगुलर चेकअप
प्रेग्‍नेंसी के दौरान रेगुलर चेकअप जरूरी होता है। इन चेकअप से इंफेक्‍शन और रोगों का जल्‍द पता लगता है, जिससे मां और शिशु को होने वाले नुकसान को रोकने में मदद मिलती है।
प्रेग्‍नेंसी के दौरान इंफेक्‍शन होना आम बात है। लेकिन, इंफेक्‍शन का पता नहीं चलने या उनका इलाज नहीं कराने से अनेक गंभीर समस्‍याएं हो सकती हैं। अगर आपको भी प्रेग्‍नेंसी के दौरान कोई समस्या परेशान कर रही है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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