बस 30 सेकेंड की ये आदत आपको रखेगी कई संक्रामक बीमारियों से सुरक्षित, कोरोना का भी कम होगा खतरा
हमारी दिनचर्या : हमारी दिनचर्या की आदतों का सीधा प्रभाव सेहत पर पड़ता है, यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार और लाइफस्टाइल दोनों को ठीक रखने की सलाह देते हैं। हमारी दिनचर्या की अच्छी आदतें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाने में भी लाभकारी हो सकती हैं। रोजाना हाथों धोने की आदत भी आपके लिए जरूरी है। हैंड हाइजीन का ध्यान रखना आपकी सेहत को ठीक रखने का एक कारगर उपाय हो सकता है। कोरोना महामारी के दौरान संक्रामक रोग से बचाव के लिए सभी लोगों को बार-बार हाथ धोते रहने की सलाह दी जा रही थी। डॉक्टर कहते हैं, भले ही कोरोना की रफ्तार कम हो गई है पर इस एक आदत का पालन करके आप अब भी कई तरह की बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि हैंड हाइजीन का ध्यान रखने से क्या-क्या लाभ हो सकते हैं? संक्रामक बीमारियों का जोखिम होता है कम अगर आप बेहतर तरीके से हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखते हैं तो यह आपको संक्रामक बीमारियों के जोखिम से बचाने में लाभकारी हो सकती है। कई प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस सतहों पर मौजूद हो सकते हैं और अगर आप उस दूषित सतह को छूते हैं तो हाथों के माध्यम से यह आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
यही कारण है कि अगर आप हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखते हैं तो कोरोना और फ्लू जैसे संक्रामक रोगों से बचाव कर सकते हैं। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस कर सकते हैं कम हाथ धोने की आदत बनाने से पेट और श्वसन संबंधी बीमारियों को भी 30 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इन संक्रमणों में अक्सर एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि तमाम अध्ययनों में इस बात पर जोर दिया जाता रहा है एंटीबायोटिक्स के अधिक और अनावश्यक सेवन के कारण एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के मामले बढ़ रहे हैं। हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखकर आप बीमारियों से बचाव के साथ एंटीबायोटिक्स के सेवन को भी कम कर सकते हैं।कोविड-19 से कर सकते हैं बचाव हाथों को धोने की आदत कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का हिस्सा है, इस आदत को दिनचर्या का हिस्सा बनाकर कोरोना के प्रसार को कम किया जा सकता है। अपने हाथ धोने के लिए पानी और साबुन का उपयोग करना सुरक्षित होता है, आप अल्कोहल आधारित हैंड सेनिटाइजर का भी प्रयोग कर सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी उम्र के लोगों के लिए यह एक आदत कई प्रकार की बीमारियों के जोखिम को कम करने में लाभकारी हो सकती है।
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