अल्जाइमर के प्रभाव को कम करेंगे ये उपाय

अल्जाइमर के मरीजों के लिए सीफूड दवा समान होता है।

Update: 2023-03-01 17:35 GMT

अक्सर अपने आसपास नोटिस किया होगा कि कुछ लोगों को भूलने की आदत होती है। इस स्थिति में व्यक्ति क्या करता है और क्या बोलता है। उसे इसकी खबर न के बराबर रहती है। चिकित्सीय भाषा में इस स्थिति को अल्जाइमर कहा जाता है। इस बीमारी की जानकारी सबसे पहले डॉक्टर अलोइस अल्जाइमर ने दी थी। इसके लिए इसे अल्जाइमर कहा जाता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को भूलने की आदत होती है, बोलते समय जुबान लड़खड़ाती है और निर्णय लेने में असुविधा होती है। इस बीमारी से किसी भी उम्र का व्यक्ति हो सकता है। हालांकि, वयस्क व्यक्ति को अल्जाइमर का खतरा अधिक रहता है। फिलहाल, अल्जाइमर का कोई निश्चित इलाज नहीं है। खानपान और दिनचर्या में सुधार कर अल्जाइमर के प्रभाव को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं-

फैटी फिश
अल्जाइमर के मरीजों के लिए सीफूड दवा समान होता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। साथ ही सीफूड में एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं। इससे अल्जाइमर में फायदा मिलता है। इसके लिए हफ्ते में दो बार सीफूड का जरूर सेवन करें।
अखरोट
हेल्थ एक्सपर्ट्स हमेशा स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए अखरोट खाने की सलाह देते हैं। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। साथ ही कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। अल्जाइमर की समस्या में अखरोट खाने से फायदा मिलता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध सेहत के लिए वरदान माना जाता है। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही अल्जाइमर में भी फायदा मिलता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी , एंटीऑक्सीडेंट और करक्यूमिन पाया जाता है। ये सभी आवश्यक पोषक तत्व मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं।
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, फ्लेवनॉल्स और एंटी इंफ्लेमेटरी जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट खाने से दिमाग में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है।
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