भारत की ये प्रमुख नदियां पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश बॉर्डर्स को करती हैं अलग
बांग्लादेश बॉर्डर्स को करती हैं अलग
प्राचीन काल से भारत के लिए नदियां बेहद ही खास मानी जाती रही हैं। भारत में बहने वाली नदियां देश के किसी-किसी हिस्से में जीवन यापन का काम करती हैं।
भारत में बहने वाली नदियां भारतीय लोगों के लिए सर्फ जीवन यापन का ही काम नहीं करती हैं, बल्कि कई नदियां सामरिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। कुछ ऐसी ऐसी नदियां भी बहती हैं जो पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश बॉर्डर्स को भारत से अलग करती हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको भारत की उन नदियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश बॉर्डर्स को भारत से अलग करती हैं और किसी-किसी जगह पर सीमा रेखा के रूप में भी जानी जाती हैं।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को अलग करने वाली नदी
भारत में ऐसी कई नदियां हैं जो हिमाचल प्रदेश से होती हुई पंजाब और फिर पाकिस्तान की तरफ चली जाती है। कहा जाता है कि झेलम, चिनाब, रावी और सतलुज भारत की ऐसी नदियां हैं, जो भारत से होती हुई पाकिस्तान में जाती हैं।
लेकिन जब यह बात होती है कि इन दोनों देशों की सीमा को कौन से नदी अलग करती है, तो यह कहा जाता है कि सिंधु नदी करती है। सिंधु नदी भारत की एक प्राचीन नदी होने के साथ-साथ जीवन दायक के रूप में भी काम करती है। रावी नदी भी इन दोनों देशों को अलग करती है। आपको बता दें कि सिंधु नदी विश्व की बड़ी नदियों में से एक है।
शायद आपको मालूम है अगर नहीं मालूम है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत और नेपाल दोनों देश एक-दूसरे के साथ करीब 1088.02 मील भूमि बॉर्डर के रूप में संझा करते हैं। नेपाल की सीमा भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, और सिक्किम राज्य के साथ जुड़ी हुई है। (ये हैं भारत की श्रापित नदियां)
अगर बात किया जाए कि भारत और नेपाल को कौन सी नदी अलग करती है, तो उस नदी का नाम काली नदी है। सुगौली संधि के अनुसार भारत के लिपु-लीख दर्रे (कालापानी) से यह नदी नेपाल के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाती है।
काली नदी के अलावा और नदी है जो भारत और नेपाल की सीमा लगती है। जिस नदी के बारे में जिक्र कर रहे हैं उसे नेपाल में नारायणी और भारत में गंडक नदी के नाम से जाना जाता है।
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर को अलग करने वाली नदी
बांग्लादेश भारत का एक ऐसा पड़ोसी देश है जिसके साथ भारत करीब 4 हजार किलोमीटर की सीमा सांझा करता है। इन दोनों देश के बीच ऐसी कई नदियां बहती हैं जो दोनों देशों को अलग भी करती हैं। (अलकनंदा नदी के इतिहास और उद्गम)
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर को अलग करने वाली नदी का जिक्र होता है तो सबसे पहले फेनी नदी का नाम लिया जाता है। फेनी नदी दक्षिण त्रिपुरा जिले से निकलती है और बांग्लादेश में बहती है। इसके अलावा इचामती नदी भारत और बांग्लादेश से होकर बहती है और दोनों देशों के बीच सीमा रेखा भी बनाती है। कहा जाता है कि ब्रह्मपुत्र नदी भी भारत और नेपाल में बहती है।