हर किसी की हथेली पर कई तरह की रेखाएं और निशान बने होते हैं जिनका व्यक्ति के जीवन और हस्तरेखा शास्त्र में विशेष महत्व होता है। हथेली पर बनने वाली रेखाएं शुभ और अशुभ दोनों तरह की होती है जो व्यक्ति के भविष्य से जुड़ी जानकारी प्रदान करती है शुभ रेखाएं जहां जीवन में सुख समृद्धि के बारे में बताती है।
तो वही अशुभ रेखाएं जीवन में परेशानियों की ओर इशारा करती है। ज्योतिष अनुसार हथेली पर कई ऐसी रेखाएं भी होती हैं जो व्यक्ति में डिप्रेशन के कारण की वजह बताती है तो आज हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते है।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक की हथेलियों की त्वचा रूखी और खुरदरी होती है इसके अलावा उंगलियों के आगे का भाग नुकीला होता है और अंगूठे के आगे का आकार चपटा होता है तो ऐसे संकेत व्यक्ति में डिप्रेशन को दर्शाते है। इसका अर्थ होता है कि व्यक्ति को अपने जीवन में डिप्रेशन के दौर से गुजर रहा है।
ज्योतिष में डिप्रेशन का संबंध चांद के साथ जोड़कर देखा जाता है। डिप्रेशन और मानसिक विक्षिप्तता का कारण चांद भी होता है। इस वजह से व्यक्ति के हाथ में चंद्र पर्वत और मस्तिष्क रेखा की जांच जरूरी होती है। अगर मस्तिष्क रेखा नीचे की ओर झुकी हुई हैतो ऐसा व्यक्ति मानसिक तनाव का शिकार हो सकता है इसके अलावा अगर हथेलियों पर चंद्र पर्वत पर अगर क्रॉस का निशान बना है तो ऐसे व्यक्ति के डिप्रेशन में जाने की अधिक संभावना होती है ऐसा मनुष्य अपराध भी कर सकता है।