सेहत के लिए घातक भी हो सकती है आपकी ये अच्छी आदतें, जानें इनके बारे में
सेहत के लिए घातक भी हो सकती
स्वस्थ जीवन जीने के लिए आपकी जीवनशैली स्वस्थ होनी चाहिए और इसके लिए आपकी आदतें अच्छी होनी चाहिए। हम हमेशा सुनते आए हैं कि अच्छी आदतों को ज्यादा से ज्यादा अपनाओ। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ मामलों में इन अच्छी आदतों की अती सेहत के लिए घातक भी हो सकती है। वास्तव में रोजाना की कुछ स्वस्थ आदतें आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं। चिंता की बात यह है कि लोगों को पता ही नहीं, है कि वो जाने-अनजाने में अपनी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताते हैं कि कौन-कौन सी आदतें अच्छी होने के बावजूद बुरी साबित हो सकती है और ये कैसे सेहत को प्रभावित करती हैं। आइये जानें...
कुछ भी खाने के बाद ब्रश करना
मेयो क्लिनिक के अनुसार, यदि आपने कुछ अम्लीय पदार्थ का सेवन किया है, तो आपको कम से कम 30 मिनट तक अपने दांतों को ब्रश करने से बचना चाहिए। साइट्रिक एसिड वाले फूड्स जैसे संतरे, अंगूर और नींबू, दांतों के इनेमल को कमजोर करते हैं। इन्हें खाने के तुरंत बाद ब्रश करने से इनेमल कमजोर अवस्था में खराब हो सकता है। इसके अलावा कुछ लोग दांतों की सेहत को लेकर इतने फिक्रमंद हो जाते हैं कि ताकत लेकर थोड़ी ज्यादा देर तक ब्रश करने लगते हैं। इससे दातों को नुकसान होता है।
अधिक मात्रा में पानी पीना
पानी पीना शरीर के लिए और स्किन के लिए अच्छा और जरूरी होता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी आपके शरीर में ज्यादा यूरीन बनाता है। इस कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगड़ सकता है। इलेक्ट्रोलाइट में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम और फॉस्फेट जैसे इलेक्ट्रोलाइट आपके शरीर में असंतुलित हो सकते हैं।
बहुत अधिक हेल्थ फूड का इस्तेमाल
हेल्थ फूड के प्रति अत्यधिक लालसा को आथ्रोरेक्सिया कहते हैं। ऐसी अवस्था में लोग अधिक फैट, प्रेजरवेटिव्स और पशु उत्पाद वाला आहार लेते हैं। इससे वे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। यह डिसआर्डर भी एनोरेक्सिया और बुलिमिया डिसआर्डर के जैसा ही है। बुलिमिक भक्षण रोग है और ऐनोरेक्सिया में भूख कम लगती है, जबकि आथ्रोरेक्सिया का ताल्लुक भोजन की गुणवत्ता से है। क्या खाना है, कितना खाना है, कब खाना है, किसके बाद क्या खाना है, यह सोचने में भी काफी वक्त लग जाता है। कई बार एक ही तरह के विटामिन आदि का अधिक सेवन भी नुकसानदायक साबित होता है।
ज्यादा वर्कआउट करना
अगर वर्कआउट करते करते थकान महसूस होने लगे तो समझिए कि आप अपने शरीर को ज्यादा तकलीफ दे रहे हैं। ऐसे वर्कआउट से आपको एनर्जी मिलने की जगह चिड़चिड़ापन और गुस्सा ज्यादा मिलने लगेगा। हो सकता है आपकी नींद भी इससे प्रभावित हो।
फैट से युक्त चीजों का त्याग करना
अगर आप वजन कम कर रहे हैं या किसी शारीरिक स्थिति के रोगी हैं तो आपने चिकनाई और फैट से युक्त चीजों को अवॉयड कर रखा होगा लेकिन हेल्दी फैट का सेवन करना आपके शरीर और स्किन के लिए जरूरी होता है। इससे आपकी स्किन की चमक खो सकती है। आपको ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट का सेवन करने से बचना चाहिए और हेल्दी फैट से युक्त चीजों जैसे नट्स, सीड्स आदि का सेवन करना चाहिए।
वर्कआउट के बाद प्रोटीन शेक पीना
यह सच है कि एक्सरसाइज के बाद प्रोटीन मसल्स ग्रोथ करने का काम करता है और दर्द को कम कर सकता है। लेकिन अगर आप काम के बाद या रात में एक्सरसाइज करते हैं, तो प्रोटीन लेने से बचें क्योंकि खाना और प्रोटीन दोनों आपके पेट के लिए भारी हो सकते हैं, जिन्हें पचाना मुश्किल हो सकता है।
सब्जियों का मिश्रण
बहुत से लोग ज्यादा से ज्यादा सब्जी खाने के चक्कर में कई तरह की सब्जियों को मिक्स कर लेते हैं। हर तरह का कॉम्बिनेशन भी सबको सूट नहीं करता है। कुछ कॉम्बिनेशन ऐसे होते हैं जो ब्लोटिंग या गैस का कारण बनते हैं। इसलिए हर तरह की सब्जी मिक्स कर खाने की जगह अपनी जरूरत के अनुसार मिक्स तैयार करें।